tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post1801207812001743504..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: कोई शक्ति होती हैरश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-19782838542007664922013-02-11T08:39:35.537+05:302013-02-11T08:39:35.537+05:30
असुर को अपरिमित शक्ति देखर परमात्मा अपने होने की ...<br />असुर को अपरिमित शक्ति देखर परमात्मा अपने होने की महत्ता दर्शाता है , कभी कभी ऐसा भी लगता है .<br />गूढ़ ज्ञान !<br />वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-61773208603705484712013-02-09T23:53:48.579+05:302013-02-09T23:53:48.579+05:30bahut gahan abhivykti..bahut gahan abhivykti..Manav Mehta 'मन'https://www.blogger.com/profile/01826811764168414349noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-47014732080916996502013-02-09T09:34:51.266+05:302013-02-09T09:34:51.266+05:30कुछ भी अच्छा हो या बुरा हो...सब ईश्वर की मर्जी से ...कुछ भी अच्छा हो या बुरा हो...सब ईश्वर की मर्जी से होता है...किन्तु हम साधारण मानव की समझ से परे होता है| एक-एक शब्द की सच्चाई दिल तक उतर गई|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-65902374748415916772013-02-08T00:13:13.712+05:302013-02-08T00:13:13.712+05:30आदि से अंत तक दर्शन ही दर्शन, वाह !!!!!!!आदि से अंत तक दर्शन ही दर्शन, वाह !!!!!!!अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-51125495292767800122013-02-07T14:01:43.896+05:302013-02-07T14:01:43.896+05:30गहरी अभिव्यक्ति .... ईश्वर अक्सर ओने होने का एहसास...गहरी अभिव्यक्ति .... ईश्वर अक्सर ओने होने का एहसास कराता है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-82986065307273930602013-02-06T16:06:28.796+05:302013-02-06T16:06:28.796+05:30वो अविश्वसनीय तथ्य ही विश्वास के अंतिम छोर तक लिये...वो अविश्वसनीय तथ्य ही विश्वास के अंतिम छोर तक लिये जाता है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-71219972161865014512013-02-06T15:10:55.691+05:302013-02-06T15:10:55.691+05:30कोई भी असुर हो
उसे पहले अपरिमित शक्ति दी जाती है ...कोई भी असुर हो <br />उसे पहले अपरिमित शक्ति दी जाती है <br />फिर अहंकार के आगे संहार के रास्ते <br />स्वतः खुल जाते हैं ....<br /><br />जीवन के परे की संभावनाएं तलाशती सुंदर और गहन अभिव्यक्ति संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-6464127764610365292013-02-06T12:41:29.968+05:302013-02-06T12:41:29.968+05:30धीरे धीरे मैंने जाना
कि न जन्म है न मृत्यु
हर का...धीरे धीरे मैंने जाना <br />कि न जन्म है न मृत्यु <br />हर कार्य का है प्रयोजन ...<br />शरीर नश्वर कहाँ <br />इसका प्रत्येक सञ्चालन <br />आत्मायुक्त परमात्मा से है !<br /><br /><br />बहुत गहरे भाव है. सुन्दर कृति.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-79352297619955568482013-02-05T21:50:31.163+05:302013-02-05T21:50:31.163+05:30निशब्द करती रचना ...:)निशब्द करती रचना ...:)Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-77864026758875305292013-02-05T21:02:09.682+05:302013-02-05T21:02:09.682+05:30अबूझे रहस्यों को सुलझाती गहन अभिव्यक्ति ! मन की कई...अबूझे रहस्यों को सुलझाती गहन अभिव्यक्ति ! मन की कई शंकाओं का शमन हुआ ! आभार आपका ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-31771112642027250892013-02-05T19:20:51.965+05:302013-02-05T19:20:51.965+05:30जब हम अपने भ्रम को स्वीकार कर लेते हैं
वियोग से स...जब हम अपने भ्रम को स्वीकार कर लेते हैं <br />वियोग से समझौता कर लेते हैं <br />तब होता है दूसरे चरण का आरम्भ !<br />बिल्कुल सही.<br /><br />कुछ रचनाएं ऐसी होती हैं कि आप उसे पढ़ तो जाते हैं एक झटके में,लेकिन उसकी गूढ़ता को समझने में वक्त लगता है। खासतौर पर हम जैसों के लिए.. बहुत सुंदर रचना..महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-80735484695897533742013-02-05T15:47:01.025+05:302013-02-05T15:47:01.025+05:30राह इतनी लम्बी हो जाती है कि आदि अन्त से नाता छूट ...राह इतनी लम्बी हो जाती है कि आदि अन्त से नाता छूट जाता है, बस राह का पथरीलापन ही दिखना है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-26790266015689528132013-02-05T15:21:58.305+05:302013-02-05T15:21:58.305+05:30मैं निशब्द..मैं निशब्द..shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-78689318430950574492013-02-05T15:20:37.639+05:302013-02-05T15:20:37.639+05:30मैंने देखा,मैंने जाना,मैंने महसूस किया
परछाईं की ... मैंने देखा,मैंने जाना,मैंने महसूस किया <br />परछाईं की तरह वह रहस्य <br />यानि ईश्वर <br />साथ साथ चलता है <br />ज्ञान से परे कई अविश्वसनीय तथ्य देता है <br />मस्तिष्क मृत <br />शरीर जाग्रत <br />यह सब यूँ हीं नहीं होता <br />मृत संवेदनाओं को जगाने के लिए <br />अनोखी जडी बूटियों से <br />साँसों को चलाना भी पड़ता है ....<br />.........<br />:)<br />मैं स्वयं हूँ कहाँ ???<br />परम अनुभूति <br />New post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/02/blog-post.html#links" rel="nofollow"> बिल पास हो गया</a><br />New post<a href="http://vichar-anubhuti.blogspot.in/2013/01/blog-post_31.html#links" rel="nofollow">अनुभूति : चाल,चलन,चरित्र</a><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-54948092065252989992013-02-05T15:18:31.040+05:302013-02-05T15:18:31.040+05:30 मैंने देखा,मैंने जाना,मैंने महसूस किया
परछाईं की... मैंने देखा,मैंने जाना,मैंने महसूस किया <br />परछाईं की तरह वह रहस्य <br />यानि ईश्वर <br />साथ साथ चलता है <br />ज्ञान से परे कई अविश्वसनीय तथ्य देता है <br />मस्तिष्क मृत <br />शरीर जाग्रत <br />यह सब यूँ हीं नहीं होता <br />मृत संवेदनाओं को जगाने के लिए <br />अनोखी जडी बूटियों से <br />साँसों को चलाना भी पड़ता है ....<br />.........<br />:)<br />मैं स्वयं हूँ कहाँ ???कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-17307204839878774352013-02-05T14:58:57.693+05:302013-02-05T14:58:57.693+05:30स्वयं का होना ...आज भी एक कठिन प्रश्न है स्वयं का होना ...आज भी एक कठिन प्रश्न है Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-64141671074663619212013-02-05T13:54:08.416+05:302013-02-05T13:54:08.416+05:30मैंने देखा,मैंने जाना,मैंने महसूस किया
परछाईं की ...मैंने देखा,मैंने जाना,मैंने महसूस किया <br />परछाईं की तरह वह रहस्य <br />यानि ईश्वर <br />साथ साथ चलता है <br />ज्ञान से परे कई अविश्वसनीय तथ्य देता है <br />मस्तिष्क मृत <br />शरीर जाग्रत <br />यह सब यूँ हीं नहीं होता <br /><br />बहुत गहराई से निकली पंक्तियाँ..आभार !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-30474592064486257512013-02-05T13:47:31.601+05:302013-02-05T13:47:31.601+05:30बेहतरीन और गहन अभिव्यक्ति ।बेहतरीन और गहन अभिव्यक्ति ।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-82056045966525770482013-02-05T13:43:21.099+05:302013-02-05T13:43:21.099+05:30ज्ञान से परे कई अविश्वसनीय तथ्य देता है
मस्तिष्क ...ज्ञान से परे कई अविश्वसनीय तथ्य देता है <br />मस्तिष्क मृत <br />शरीर जाग्रत <br />यह सब यूँ हीं नहीं होता <br />मृत संवेदनाओं को जगाने के लिए <br />अनोखी जडी बूटियों से <br />साँसों को चलाना भी पड़ता है ....<br /><br />हमेशा की तरह बहुत गहरी संवेदनशील अभिव्यक्ति,,, <br /><br /><i>RECENT POST</i><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/02/blog-post.html#links" rel="nofollow"> बदनसीबी,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-49646888621527581482013-02-05T12:59:35.905+05:302013-02-05T12:59:35.905+05:30कविता कहीं गहरे उतर गयी और एक वेदना का सर्जन भी कर...कविता कहीं गहरे उतर गयी और एक वेदना का सर्जन भी कर गयी .. कुछ फफोले टीसने लगे .. कविता का एक रूप ये भी है बधाई Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-45149060805018408912013-02-05T12:35:02.930+05:302013-02-05T12:35:02.930+05:30मैं स्वयं हूँ कहाँ ???
दुआओं बद्दूआओं या ............मैं स्वयं हूँ कहाँ ???<br />दुआओं बद्दूआओं या ............. <br />विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-49559871217459381132013-02-05T11:56:14.231+05:302013-02-05T11:56:14.231+05:30उत्कृष्ट...... हमेशा की तरह.....उत्कृष्ट...... हमेशा की तरह..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-86538871294500391912013-02-05T11:55:31.180+05:302013-02-05T11:55:31.180+05:30उत्कृष्ट...... हमेशा की तरह.....उत्कृष्ट...... हमेशा की तरह..... Chaitanyaa Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17454308722810077035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-62283627893516392372013-02-05T11:31:13.725+05:302013-02-05T11:31:13.725+05:30मैं तो होता ही नहीं …… भ्रम है
जागृत आँखों का मिथ...मैं तो होता ही नहीं …… भ्रम है <br />जागृत आँखों का मिथ्याभ्रम जीते हैं <br />और मैं की भूलभुलैया में <br />उलझे रहते हैं <br />जिसने इस परदे को काटा <br />वो ही बाहर झांका <br />और मिल गया आत्मबोधvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-28654995765818284662013-02-05T11:30:25.266+05:302013-02-05T11:30:25.266+05:30adbhud..... aur kya kahoon....adbhud..... aur kya kahoon....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.com