tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post4967361278770738708..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: शब्द.........रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-69934711908812031462008-02-27T13:27:00.000+05:302008-02-27T13:27:00.000+05:30आपने शब्दों को,आँधियों को,मन की दशा के मर्म को जान...आपने शब्दों को,आँधियों को,मन की दशा के मर्म को जाना......<BR/><BR/>धन्यवाद। <BR/><BR/>इन रिश्तों को निभाएं,यही गुजारिश हैरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-33602889818913792222008-02-27T09:37:00.000+05:302008-02-27T09:37:00.000+05:30गहरे भाव, धन्यवाद ।गहरे भाव, धन्यवाद ।36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-69022186652446236992008-02-27T09:24:00.000+05:302008-02-27T09:24:00.000+05:30'शब्द' जो उनके दर्द का गवाह बन सकें,'शब्द' जो दूर ...'शब्द' जो उनके दर्द का गवाह बन सकें,'<BR/>शब्द' जो दूर से किसी को ले आए<BR/>शब्द' जो रातों का मरहम बन जाए ......<BR/>आँधियाँ जब सर से होकर गुज़रती हैं<BR/>भीड़ में भी आदमी अकेला होता है<BR/>लोगों की बजाय ख़ुद से बातें करता है....<BR/><BR/>बहुत सुंदर शब्द है दिल में उतरने वाले रश्मि जी !!रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-16020325548480853362008-02-26T22:30:00.000+05:302008-02-26T22:30:00.000+05:30बहुत बढिया रचना है।'शब्द' जो उनके दर्द का गवाह बन ...बहुत बढिया रचना है।<BR/><BR/>'शब्द' जो उनके दर्द का गवाह बन सकें,'<BR/>शब्द' जो दूर से किसी को ले आए<BR/>शब्द' जो रातों का मरहम बन जाए ......<BR/>आँधियाँ जब सर से होकर गुज़रती हैं<BR/>भीड़ में भी आदमी अकेला होता है<BR/>लोगों की बजाय ख़ुद से बातें करता है...........परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-8414413485321062962008-02-26T21:58:00.000+05:302008-02-26T21:58:00.000+05:30बहुत मुश्किल होता है उन्हें समझनाक्योंकि ,उनका पूर...बहुत मुश्किल होता है उन्हें समझना<BR/>क्योंकि ,उनका पूरा शरीर 'शब्द' बन जाता है<BR/>और ,<BR/>शब्दों के बीच आम इंसान बहुत घबराता है!<BR/>शब्दों का जोड़-घटाव उनके सर के ऊपर से गुजरता है<BR/>वे भला कैसे जानेंगे उनको-<BR/>जिनके सर से होकर आँधियाँ गुज़रती <BR/>bahut sundar bhav se rachi kavita,gehrai,actualy i am feeling short of words to appreciate the poem,itss awesome.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-40082038564461313782008-02-26T20:23:00.000+05:302008-02-26T20:23:00.000+05:30वे भला कैसे जानेंगे उनको-जिनके सर से होकर आँधियाँ ...वे भला कैसे जानेंगे उनको-<BR/>जिनके सर से होकर आँधियाँ गुज़रती हैं......................<BR/><BR/>बहुत खूब,,गहरे भाव..जारी रखें. अच्छा लगा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-74313549973189122662008-02-26T19:50:00.000+05:302008-02-26T19:50:00.000+05:30वाह, बहुत खूब कहावाह, बहुत खूब कहाAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-65837110297091626872008-02-26T19:14:00.000+05:302008-02-26T19:14:00.000+05:30रश्मि जी,बहुत सुन्दर मन के भाव है आपके.. सच कहा है...रश्मि जी,<BR/><BR/>बहुत सुन्दर मन के भाव है आपके.. सच कहा है आपने... वो क्या जाने पीर पराई,, जाके पैर न फ़टी बिबाई.<BR/><BR/>बधाई... लिखती रहियेMohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.com