tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post580672226474241902..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: याद है तुम्हें ?रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-13751302486740672132015-08-22T13:54:18.355+05:302015-08-22T13:54:18.355+05:30आईने में उम्र हो गई
लेकिन आईने से बाहर
वो घेरेवा...आईने में उम्र हो गई <br />लेकिन आईने से बाहर <br />वो घेरेवाला फ्रॉक याद आता है <br />वो ऊँची नीची पगडंडियाँ … <br />कहो पगडण्डी <br />वो नन्हीं सी लड़की तुम्हें याद है ?<br />क्या आज भी तुम वैसी हो <br />जैसी उसकी याद में उभरती हो ?<br /><br />बोलो ना … bachpan ki yaaden dhundhali nahi padati diपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-19026421399002810502015-08-14T19:04:04.439+05:302015-08-14T19:04:04.439+05:30अब तो यादों का संसार ही तो है ....जो आज भी अपना है...अब तो यादों का संसार ही तो है ....जो आज भी अपना है |अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-91699119360538122682015-08-10T18:53:37.267+05:302015-08-10T18:53:37.267+05:30सच है दुनियादारी के टेड़े-मेढ़े मोड़ पर बचपन बार-बार ...सच है दुनियादारी के टेड़े-मेढ़े मोड़ पर बचपन बार-बार बहुत याद आता है..<br />बहुत सुन्दर कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-54044949009682589172015-08-10T15:10:14.473+05:302015-08-10T15:10:14.473+05:30बहुत सुंदर....समय पंख लगाकर उड़ जाता है और पीछे या...बहुत सुंदर....समय पंख लगाकर उड़ जाता है और पीछे यादें छोड़ जाता है। हर किसी को अपना बचपन याद आता है। शायद ही कोई होगा, जिसे अपना बचपन याद न आता हो। Himkar Shyamhttps://www.blogger.com/profile/18243305513572430435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-8746013401640791572015-08-09T09:50:25.557+05:302015-08-09T09:50:25.557+05:30बचपन की यादों की पगडंडियों का सफर बहुत बढ़िया है.बचपन की यादों की पगडंडियों का सफर बहुत बढ़िया है.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-79016858268478426832015-08-09T07:00:34.497+05:302015-08-09T07:00:34.497+05:30सच कहासच कहाOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-38842668980162053002015-08-08T19:17:08.457+05:302015-08-08T19:17:08.457+05:30याद आती है कभी कभी
धुँधली से कुछ यादों
के बादलों...याद आती है कभी कभी <br />धुँधली से कुछ यादों <br />के बादलों के बीच <br />और चश्मा बादलों <br />के बीच वाष्प से <br />द्र्वित हो जाता है <br />धुंधला और धुंधला <br />सा और हो जाता है ।<br /><br />बहुत सुंदर ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-36665522324199445862015-08-08T13:20:38.351+05:302015-08-08T13:20:38.351+05:30आपकी लिखी रचना पांच लिंकों का आनन्द में" सोमव...<i><b> आपकी लिखी रचना पांच लिंकों का आनन्द में" सोमवार 10 अगस्त 2015 को लिंक की जाएगी...............<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow"> http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद! </b></i>"yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com