tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post685952599293398759..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: ज्ञान कहो या घररश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-68548258749696211342012-10-09T14:27:25.303+05:302012-10-09T14:27:25.303+05:30बिलकुल सही कहा आत्मा की ही भूख है जो सब कुछ मिल जा...बिलकुल सही कहा आत्मा की ही भूख है जो सब कुछ मिल जाने पर भी शांत नहीं होती ज्ञान ही उसे शांत कर सकता है ।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-53353609743462748502012-10-05T20:01:56.141+05:302012-10-05T20:01:56.141+05:30एकदम ह्रदय की बात को कह देती हैं आप.एकदम ह्रदय की बात को कह देती हैं आप.Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-79142311870966584642012-10-03T18:41:30.571+05:302012-10-03T18:41:30.571+05:30बहुत सार्थक ,सुन्दर, शीप में मोती वाली बात कही है ...बहुत सार्थक ,सुन्दर, शीप में मोती वाली बात कही है आपने..सुन्दर..<br />:-)<br />मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-41139780805737433242012-10-03T18:01:32.258+05:302012-10-03T18:01:32.258+05:30रोटी की तलाश जब पूरी हो तभी आत्मा की खोज हो सकती ह...रोटी की तलाश जब पूरी हो तभी आत्मा की खोज हो सकती है !<br />सुंदर रचना .....Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-42917207659355630562012-10-03T17:24:08.898+05:302012-10-03T17:24:08.898+05:30बहुत गहन चिंतन..बहुत सुन्दर रश्मिजीबहुत गहन चिंतन..बहुत सुन्दर रश्मिजीMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-59763519374953995502012-10-03T17:24:08.334+05:302012-10-03T17:24:08.334+05:30बहुत गहन चिंतन..बहुत सुन्दर रश्मिजीबहुत गहन चिंतन..बहुत सुन्दर रश्मिजीMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-50520766883302177972012-10-02T21:52:58.058+05:302012-10-02T21:52:58.058+05:30पर......
आत्मा की भूख जबरन नहीं मिटती
और वही तलाश ...पर......<br />आत्मा की भूख जबरन नहीं मिटती<br />और वही तलाश <br />किसी को बुद्ध <br />किसी को आइन्स्टाइन <br />किसी को अंगुलीमाल<br />किसी को वाल्मीकि .... बनाती है ..<br />किसी को सत्य की राह दिखाती है ..तो किसी को जीवन के भेद बताती है ....बहुत सुन्दर रश्मिजी Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-46124588625062792322012-10-02T18:55:15.007+05:302012-10-02T18:55:15.007+05:30
आत्मा की भूख जबरन नहीं मिटती
और वही तलाश
किसी क... <br />आत्मा की भूख जबरन नहीं मिटती<br />और वही तलाश <br />किसी को बुद्ध <br />किसी को आइन्स्टाइन <br />किसी को अंगुलीमाल<br />किसी को वाल्मीकि .... बनाती है <br />....मानवता के कल्याण के लिए किया गया सार्थक तलाश कभी भुलाया नहीं जा सकता है ..<br />बहुत सुन्दर प्रेरक रचना <br />आभार कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-49824895022690026732012-10-01T23:59:35.153+05:302012-10-01T23:59:35.153+05:30तलाश पूरी हो तो अमर हो जाती है.....यही सत्य है.......तलाश पूरी हो तो अमर हो जाती है.....यही सत्य है....इसके अलावा कुछ जानने योग्य नहीं है.<br />सुन्दर भाव!!Nidhihttps://www.blogger.com/profile/07970567336477182703noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-69665003097474601692012-10-01T15:34:02.231+05:302012-10-01T15:34:02.231+05:30बहुत गहन चिंतन...अप्रतिम प्रस्तुति...बहुत गहन चिंतन...अप्रतिम प्रस्तुति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-75599990228654918022012-10-01T11:01:46.556+05:302012-10-01T11:01:46.556+05:30एक रोटी के साथ आत्मा भटकती है
मरती है
फिर जन्म ले...एक रोटी के साथ आत्मा भटकती है <br />मरती है<br />फिर जन्म लेती है <br />तलाश पूरी हो तो अमर हो जाती है <br />गहन भाव लिए सशक्त अभिव्यक्ति ... आभारसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-78512640854597744642012-09-30T23:16:19.828+05:302012-09-30T23:16:19.828+05:30कभी रोटी से ज्ञान मिलता है तो कभी ज्ञान से रोटी। कभी रोटी से ज्ञान मिलता है तो कभी ज्ञान से रोटी। राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-66188759310557501212012-09-30T22:33:13.191+05:302012-09-30T22:33:13.191+05:30गहन .....सहनशीलता अपनी राहे ढूंढ ही लेती है....गहन .....सहनशीलता अपनी राहे ढूंढ ही लेती है.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-83466387893540613402012-09-30T18:03:17.126+05:302012-09-30T18:03:17.126+05:30पहले रोटी में व्यस्त,
तब ही ज्ञान में अभ्यस्त।पहले रोटी में व्यस्त, <br />तब ही ज्ञान में अभ्यस्त।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-62860229852013210502012-09-30T17:09:23.767+05:302012-09-30T17:09:23.767+05:30एक ज्ञान की खोज कितने घुमावदार रास्तों की यात्रा क...एक ज्ञान की खोज कितने घुमावदार रास्तों की यात्रा करवाती है, यह इस कविता के आरोह अवरोह से स्पष्ट दिखाई दे रहा है!!<br />बहुत सुन्दर!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-81504119969606777612012-09-30T16:54:35.478+05:302012-09-30T16:54:35.478+05:30आत्मा की भूख ही आदमी को आदमी बनाती है...पर मूल में...आत्मा की भूख ही आदमी को आदमी बनाती है...पर मूल में तो रोटी की भूख ही है...भूखे भजन ना होंही गोपाला...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-42939657029207999012012-09-30T16:34:34.281+05:302012-09-30T16:34:34.281+05:30आत्मत्रप्ति ही मोक्ष का मार्ग है...आत्मत्रप्ति ही मोक्ष का मार्ग है...डा. गायत्री गुप्ता 'गुंजन'https://www.blogger.com/profile/04502207807795556896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-74521073297618555092012-09-30T15:31:26.245+05:302012-09-30T15:31:26.245+05:30बेहद सुन्दर कविता बेहद सुन्दर कविता Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-61591032392163177012012-09-30T15:10:36.731+05:302012-09-30T15:10:36.731+05:30विकसित होती है सहनशीलता
और सहनशीलता पहाड़ों को चीर...विकसित होती है सहनशीलता<br />और सहनशीलता पहाड़ों को चीरकर <br />अपनी निश्चित दिशा निर्मित करती है ...<br /><br />सहनशीलता से विकसित किए गए दिशा को कोई बदल नहीं पाता क्योंकि यहाँ मौन शामिल है जिससे कोई लड़ नहीं पाता|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-68372711349128415562012-09-30T14:38:02.669+05:302012-09-30T14:38:02.669+05:30very very nice :)
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अपनी रचनाओं का कॉपीराइट मु...very very nice :)<br /><br />----<br /><a href="http://techprevue.blogspot.in/2012/09/myfreecopyright.html" rel="nofollow">अपनी रचनाओं का कॉपीराइट मुफ़्त पाइए </a>Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-41313114014833987922012-09-30T14:29:46.235+05:302012-09-30T14:29:46.235+05:30बहुत सुन्दर निरुपण किया है।बहुत सुन्दर निरुपण किया है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-33418596130001315982012-09-30T14:29:37.356+05:302012-09-30T14:29:37.356+05:30बहुत सुन्दर निरुपण किया है।बहुत सुन्दर निरुपण किया है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-18880377353445923992012-09-30T14:03:52.920+05:302012-09-30T14:03:52.920+05:30ज्ञान- बुद्ध और घर !
ज्ञान वही एक सत्य-
रोटी,कपड़...ज्ञान- बुद्ध और घर ! <br />ज्ञान वही एक सत्य-<br />रोटी,कपड़ा और मकान . <br />जन्म,मृत्यु,बुढापा,रोग...<br />कुछ तो नहीं बदलता ज्ञान से !..ji ..sahi kaaa खोरेन्द्र https://www.blogger.com/profile/16964838805138081044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-59578888463325258202012-09-30T12:32:31.622+05:302012-09-30T12:32:31.622+05:30वही तलाश
किसी को बुद्ध
किसी को आइन्स्टाइन
किसी ...वही तलाश <br />किसी को बुद्ध <br />किसी को आइन्स्टाइन <br />किसी को अंगुलीमाल<br />किसी को वाल्मीकि .... बनाती है.....har koi usi talaash men laga rahta hai umr bhar......mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-48917067187272756832012-09-30T10:45:05.464+05:302012-09-30T10:45:05.464+05:30विकसित होती है सहनशीलता
और सहनशीलता पहाड़ों को चीर...विकसित होती है सहनशीलता<br />और सहनशीलता पहाड़ों को चीरकर <br />अपनी निश्चित दिशा निर्मित करती है ...<br />.....इसे ज्ञान कहो <br />ये ज्ञान पाना ,कभी-कभी बहुत कठिन लगता है !! विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.com