tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post8187692137285053697..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: सौ बार धन्य है वह लवकुश की माई रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-90511089770187767662017-06-19T12:10:21.139+05:302017-06-19T12:10:21.139+05:30सहमत हूँ ... कई बार इसे प्रश्न किसी की मर्यादा की ...सहमत हूँ ... कई बार इसे प्रश्न किसी की मर्यादा की उलंघन भी कर जाते हैं ... पर इतिहास तो समय मांगता है ... बहुत प्रभावी रचना है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-49209407111766783462017-06-19T07:23:50.217+05:302017-06-19T07:23:50.217+05:30वैदिक साहित्य के सन्दर्भों को रोचकता प्रदान करती ,...वैदिक साहित्य के सन्दर्भों को रोचकता प्रदान करती ,वैचारिक विमर्श के साथ प्रस्तुत एक भव्य एवं विचारोत्तेजक रचना। बधाई। Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-91161706169625937782017-06-18T23:45:36.489+05:302017-06-18T23:45:36.489+05:30बहुत सुन्दर.....
शबरी राम के माध्यम से..समाज पर सट...बहुत सुन्दर.....<br />शबरी राम के माध्यम से..समाज पर सटीक व्यंग...Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-38109894250338500602017-06-17T23:35:13.876+05:302017-06-17T23:35:13.876+05:30माई तो सब त्यागती चली आई है फिर भी कुछ नया करने की...माई तो सब त्यागती चली आई है फिर भी कुछ नया करने की सोचती है अपनों के प्रति <br />कमाल की रचना है <br />सादर Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-64748337338527748462017-06-17T09:53:29.910+05:302017-06-17T09:53:29.910+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (18-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (18-06-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> गला-काट प्रतियोगिता, प्रतियोगी बस एक | चर्चा अंक-2646 </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-66283526821044937382017-06-17T07:01:47.564+05:302017-06-17T07:01:47.564+05:30आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में&quo...<i><b> आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" रविवार 18 जून 2017 को लिंक की गई है..................<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow"> http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-83530296383549746152017-06-16T19:12:04.605+05:302017-06-16T19:12:04.605+05:30माई हमेशा ऊपर रही है मर्यादा के मामले में और मर्या...माई हमेशा ऊपर रही है मर्यादा के मामले में और मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाये हैं। सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-83680206966197583692017-06-16T14:07:36.037+05:302017-06-16T14:07:36.037+05:30कुछ प्रश्न अनुत्तरित रहने के लिए ही बने होते हैं.....कुछ प्रश्न अनुत्तरित रहने के लिए ही बने होते हैं....यह प्रश्न भी उनमें से एक है..हाँ यह भी कह सकते हैं, राम केवल एक पति ही नहीं थे, राजा भी थे, उस समय के समाज की मर्यादाओं के अनुसार उन्होंने अपना कर्त्तव्य जानकर ही ये कर्म किये होंगे, सीता भी अवश्य इसे जानती होंगी. Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.com