tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post3747097832966064271..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: इंतज़ार रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-55845211362282101372018-10-27T10:42:31.592+05:302018-10-27T10:42:31.592+05:30बेहतरीन रचनाबेहतरीन रचनाAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-13764883966665746082018-10-26T22:02:50.302+05:302018-10-26T22:02:50.302+05:30ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 26/10/2018 की बुलेटिन, &q...ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 26/10/2018 की बुलेटिन, <a href="https://bulletinofblog.blogspot.com/2018/10/blog-post_26.html" rel="nofollow"> "सेब या घोडा?"- लाख टके के प्रसन है भैया !! “ </a> , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-79598547540799389842018-10-26T16:13:00.689+05:302018-10-26T16:13:00.689+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (27-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (27-10-2018) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "पावन करवाचौथ" (चर्चा अंक-3137) (चर्चा अंक-3123) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-49003975550746501742018-10-26T08:33:32.263+05:302018-10-26T08:33:32.263+05:30मन के धागे खुले हुऐ
कहीं खुद में ही उलझ लेंगे
ब...मन के धागे खुले हुऐ<br />कहीं खुद में ही उलझ लेंगे <br /><br />बहुत सुन्दर।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-77060247401082456842018-10-26T00:07:03.424+05:302018-10-26T00:07:03.424+05:30और अगली बार तक
क्या पता मैं रहूँ ना रहूँ,
जिसके गल...और अगली बार तक<br />क्या पता मैं रहूँ ना रहूँ,<br />जिसके गले लग,<br />तुम अपने मन के धागे बांध सको !<br /><br />–...–विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.com