tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post5328214893370394039..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: एक आलेख उनके नाम ही सही ....रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger47125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-32821306674214950372012-08-27T12:05:05.499+05:302012-08-27T12:05:05.499+05:30wah.....man khush ho gaya,aapke saath blog ke madh...wah.....man khush ho gaya,aapke saath blog ke madhyam se judna.....mera soubhagya hai.....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-53866932983359923702012-08-24T17:44:52.024+05:302012-08-24T17:44:52.024+05:30आत्मीयता को उलीच दिया आपने..आत्मीयता को उलीच दिया आपने..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-67691142191610614072012-08-22T21:24:47.727+05:302012-08-22T21:24:47.727+05:30पल्लवी जी ... फिर से देखिये ... हाँ दीपिका जी का ...पल्लवी जी ... फिर से देखिये ... हाँ दीपिका जी का भूल गई थी , पर आप हैं रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-16508806360972700362012-08-22T20:10:30.000+05:302012-08-22T20:10:30.000+05:30रश्मि जी ,
बहुत कुछ याद रखती हैं आप .... इस आभास...रश्मि जी , <br /><br />बहुत कुछ याद रखती हैं आप .... इस आभासी दुनिया ने सच ही बहुत कुछ दिया है .... पढ़ने लिखने की संजीवनी के साथ साथ ऐसे रिश्ते जो कहीं से भी आभासी नहीं लगते। किन्तु फिर भी आपने ही खुद लिखा की है कोई जो यह कह सके की मैं उसे भूल गयी तो "मैं हूँ ना" आप मुझे ही भूल गयी है देख लीजिये मेरा नाम कहीं नहीं है एक पल्लवी है मगर वो पल्लवी त्रिवेदी हैं मैं नहीं ....खैर कोई बात नहीं आपने कहा तो मैंने बता दिया :)कृपया अन्यथा न लें Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-66513571554413872252012-08-22T19:53:29.331+05:302012-08-22T19:53:29.331+05:30कभी-कभी आभासी दुनियाँ को यूँ भी याद करने का मन करत...कभी-कभी आभासी दुनियाँ को यूँ भी याद करने का मन करता है। वैचारिक मित्रता प्रगाढ़ होती है। अच्छी लगी पोस्ट।..आभार। देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-63758537555001951072012-08-22T19:09:59.443+05:302012-08-22T19:09:59.443+05:30इस पोस्ट की तारीफ के लिए मेरे पास शब्द कम पड़ते है...इस पोस्ट की तारीफ के लिए मेरे पास शब्द कम पड़ते हैं.. इससे भी आपकी शालीनता भरे उद्गार व्यक्त होते हैं. <br />आपने ब्लॉग-जगत से अपने संबंधों को की बड़ी सुन्दर प्रस्तुति की है.<br /><br />आभार.Santosh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08093068150076949621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-37624363870952452382012-08-22T17:41:50.392+05:302012-08-22T17:41:50.392+05:30आपका यह प्यारासा आलेख कल पढ़कर गई थी
पर टिप्पणी अ...आपका यह प्यारासा आलेख कल पढ़कर गई थी <br />पर टिप्पणी अभी कर रही हूँ ,<br />बहुत खास जगह है आपकी मेरे दिल में <br />आभार सुंदर आलेख के लिये ...Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-91678730408502410402012-08-22T15:17:06.645+05:302012-08-22T15:17:06.645+05:30दिल को छू लिया आपकी इस पोस्ट ने......आपने हमे भी श...दिल को छू लिया आपकी इस पोस्ट ने......आपने हमे भी शुमार किया उसका दिल शुक्रिया......खुदा आपको खूब लम्बी उम्र दे ताकि आप और लोगों के लिए भी मार्गदर्शक बनी रहें और ये रिश्ते यूँ ही बने रहे ......आमीन ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-40832511065960252272012-08-22T11:59:25.307+05:302012-08-22T11:59:25.307+05:30मुझे याद रखना ही काफी है मेरे लिए
आपको ह्रदय से न...मुझे याद रखना ही काफी है मेरे लिए <br />आपको ह्रदय से नमन उसके लिएNirantarhttps://www.blogger.com/profile/02201853226412496906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-49351956994311972162012-08-22T11:12:07.610+05:302012-08-22T11:12:07.610+05:30अपना नाम आपकी आत्मीय सूची में तीसरे क्रम पर देखकर...अपना नाम आपकी आत्मीय सूची में तीसरे क्रम पर देखकर खुशी हुई। यह कहने में मुझे कोई संकोच नहीं है कि आपके ब्लाग पर आकर आज तक कभी मुझे यह नहीं लगा कि भला यहां क्यों आया। जब भी आया कुछ लेकर ही गया। शुभकामनाएं। राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-50786123554196464322012-08-22T09:08:03.769+05:302012-08-22T09:08:03.769+05:30Ilu Maa...Ilu Maa...Antrang - The InnerSoulhttps://www.blogger.com/profile/12752048216922046434noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-88676810336600475072012-08-22T08:52:09.727+05:302012-08-22T08:52:09.727+05:30स्मृतियों का भावपूर्ण सफरनामा ,वाह !!!!!!!!!!!!!स्मृतियों का भावपूर्ण सफरनामा ,वाह !!!!!!!!!!!!!अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-55723465034202480002012-08-21T16:53:50.114+05:302012-08-21T16:53:50.114+05:30मुझे भी अभी इनमें से बहुतों से मिलना बाकि है ...मुझे भी अभी इनमें से बहुतों से मिलना बाकि है ...Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-28776758281762156582012-08-21T15:53:46.189+05:302012-08-21T15:53:46.189+05:30क्या बात है! जस्ट अमेंजिंग!क्या बात है! जस्ट अमेंजिंग!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-26964483555176336192012-08-21T12:22:23.717+05:302012-08-21T12:22:23.717+05:30लिखना है पढ़ना है
नाम और जुड़ेंगे
शब्दों के रिश्ते...लिखना है पढ़ना है<br />नाम और जुड़ेंगे<br />शब्दों के रिश्ते और जुड़ेंगे ..यक़ीनन <br />आभार आपका सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-72488470748856981032012-08-21T12:05:30.189+05:302012-08-21T12:05:30.189+05:30दीपिका .... sorrryyyyyyyyyyyyyyyyy दीपिका .... sorrryyyyyyyyyyyyyyyyy रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-74654372764113789482012-08-21T11:31:20.090+05:302012-08-21T11:31:20.090+05:30लगता है मैं आपको पर्याप्त इंप्रेस नहीं कर पाई :):)...लगता है मैं आपको पर्याप्त इंप्रेस नहीं कर पाई :):)। लेकिन अच्छा लगा कि आप सबसे इतना जुड़ी हुई हैं और वाकई ढूंढ कर सबको पढ़ने की आपके जैसी क्षमता बिरले ही होती है... आपको साधुवाददीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-34928792311377294122012-08-21T11:23:40.517+05:302012-08-21T11:23:40.517+05:30वाह रश्मि जी ! आप तो यथा नाम तथा गुण हैं ! सूर्य क...वाह रश्मि जी ! आप तो यथा नाम तथा गुण हैं ! सूर्य की रश्मियों की तरह आपकी पहुँच अनन्त है और विशाल धरा की तरह आपका आँचल भी असीम है जिसमें ना जाने कितना कुछ सिमट जाता है ! आपकी लम्बी सूची में अपना भी अकिंचन सा नाम देख कर कितनी हर्षित हूँ इसे शब्दों में व्यक्त करना असंभव है ! आपने इतने अच्छे-अच्छे ब्लोगर्स का परिचय दिया है कि मैंने इस आलेख को बुकमार्क कर लिया है ! आपका बहुत-बहुत आभार ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-99401570542056582012-08-21T10:57:38.759+05:302012-08-21T10:57:38.759+05:30जब प्यार की और कलम की ताकत एकसाथ मिली, तो रिश्तों ...जब प्यार की और कलम की ताकत एकसाथ मिली, तो रिश्तों का एक नवीन संसार खडा होना ही था...डा. गायत्री गुप्ता 'गुंजन'https://www.blogger.com/profile/04502207807795556896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-58641175517329102292012-08-21T09:24:49.698+05:302012-08-21T09:24:49.698+05:30अकेले चले थे हम कदम दर कदम हाथ जुड़ते गए कारवाँ बन...अकेले चले थे हम कदम दर कदम हाथ जुड़ते गए कारवाँ बनता गया ---वहीँ किसी पड़ाव पर हम भी साथ हो लिए ------वाह रश्मि जी अपने सफ़र को कितनी खूब्सुती से बयान किया मेरा सफ़र भी बहुत रोचक है कभी जरूर साँझा करुगी आपकी तरह हाँ बहुत उत्साहित हूँ की आपसे लखनऊ में मुलाकात होगी Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-53806502248387062062012-08-21T08:24:53.794+05:302012-08-21T08:24:53.794+05:30आपकी रचनाएँ प्रशंसनीय हैं !आपकी रचनाएँ प्रशंसनीय हैं !Humanhttps://www.blogger.com/profile/04182968551926537802noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-70494171102827486052012-08-21T08:04:34.160+05:302012-08-21T08:04:34.160+05:30अपने एहसासों अनुभूतियों को आपने कलम की ऊंची परवाज़...अपने एहसासों अनुभूतियों को आपने कलम की ऊंची परवाज़ दी ,उपकृत हुए पढ़कर .शुक्रिया इस बिंदास अंदाज़ के लिए . कृपया यहाँ भी पधारें -<br />मंगलवार, 21 अगस्त 2012<br />सशक्त (तगड़ा )और तंदरुस्त परिवार रहिए<br />सशक्त (तगड़ा )और तंदरुस्त परिवार रहिए virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-50704282547127602432012-08-21T07:57:58.516+05:302012-08-21T07:57:58.516+05:30गजब लिख दिया
देखो सब लिख दिया
क्या क्या लिख दिया
ब...गजब लिख दिया<br />देखो सब लिख दिया<br />क्या क्या लिख दिया<br />बहुत अच्छा लिख दिया<br />कुछ उसका लिख दिया<br />थोड़ा मेरा भी लिख दिया<br />मैने तो बस आभार लिख दिया !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-32338906196762546952012-08-21T07:34:10.838+05:302012-08-21T07:34:10.838+05:30आपकी शब्द यात्रा के साथियों से मिलना अच्छा लगा .
न...आपकी शब्द यात्रा के साथियों से मिलना अच्छा लगा .<br />नजर लगने की बात मानने लगी हैं ना आप भी :)वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-62487248334519113302012-08-21T07:09:59.294+05:302012-08-21T07:09:59.294+05:30उम्दा आलेख बधाई रश्मि जी उम्दा आलेख बधाई रश्मि जी जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.com