tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post6753766170036467266..comments2024-02-27T16:32:32.383+05:30Comments on मेरी भावनायें...: सुना तुमने ? रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-12229041672705838062021-09-03T10:02:09.155+05:302021-09-03T10:02:09.155+05:30अद्भुत!!
मर्मस्पर्शी।अद्भुत!!<br />मर्मस्पर्शी।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-54677426302921570342021-09-02T12:01:58.266+05:302021-09-02T12:01:58.266+05:30मानवता को तड़पता देख ईश्वर भी दुखी हो रहे है पर क्य...मानवता को तड़पता देख ईश्वर भी दुखी हो रहे है पर क्या कर सकते हैं हम अपनी गलतियों की सजा भुगत रहे है। <br /><br />मार्मिक सृजन ,सादर नमन रश्मि जी Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-70365027756354423882021-08-18T16:24:51.735+05:302021-08-18T16:24:51.735+05:30बहुत सुन्दर बहुत सुन्दर Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-48421954620173751482021-08-17T22:45:00.177+05:302021-08-17T22:45:00.177+05:30हरएक मन यही सोच रहा, यही दशा है सबकी। विचलित कर रह...हरएक मन यही सोच रहा, यही दशा है सबकी। विचलित कर रहे है घटनाक्रम। कोई इसे प्रकृति का न्याय कह रहा है तो कोई युग परिवर्तन का दौर.... ना जाने ईश्वर रूपी माँ ने अपनी संतानों की दुर्दशा देखकर भी कैसे मन कठोर कर रखा है ! Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-50875819565734854892021-08-17T17:01:47.897+05:302021-08-17T17:01:47.897+05:30वाह जनाब वाह !!अंदाज ए बयाँ बेहद खूबसूरत । मेरी ज...वाह जनाब वाह !!अंदाज ए बयाँ बेहद खूबसूरत । मेरी जानिब से बेशुमार दाद आओके लिए आदरणीय👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌Harash Mahajanhttps://www.blogger.com/profile/17431155483774376440noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-14511379978527365652021-08-17T09:03:35.836+05:302021-08-17T09:03:35.836+05:30अच्छा लगा एक लम्बे समयान्तराल के बाद आपका चिट्ठा स...अच्छा लगा एक लम्बे समयान्तराल के बाद आपका चिट्ठा सूची मैं फिर दिखा| सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-73235518718958506312021-08-17T07:27:39.313+05:302021-08-17T07:27:39.313+05:30बहुत अच्छी और गहन रचना...।बहुत अच्छी और गहन रचना...।PRAKRITI DARSHANhttps://www.blogger.com/profile/10412459838166453272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-40887757909976666012021-08-16T23:54:09.875+05:302021-08-16T23:54:09.875+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगवार(१७-०८-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />'मेरी भावनायें...'( चर्चा अंक -४१५९ )</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-45013830400290769622021-05-20T19:34:37.646+05:302021-05-20T19:34:37.646+05:30बहुत ही गहरी बात कही है दीदी! परमपिता है जब वो, तो...बहुत ही गहरी बात कही है दीदी! परमपिता है जब वो, तो अपनी संतान की अकाल मृत्यु पर, चाहे वह उसी की सुनिश्चित की हुई क्यों न हो, रोएगा कैसे नहीं!! कविता की व्यथा हर पाठक के हृदय को कचोटती है !चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-29045215668790330272021-05-19T16:04:40.798+05:302021-05-19T16:04:40.798+05:30अभिभावक की तरह अश्रुओं को रोक
देवी देवता अपने कर्त...अभिभावक की तरह अश्रुओं को रोक<br />देवी देवता अपने कर्तव्य को पूरा कर रहे .<br />बस मन में आस्था बानी रहे . वरना तो हर और अँधेरा ही फैला है . संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6221999038038580932.post-36253259908980710062021-05-19T15:06:23.650+05:302021-05-19T15:06:23.650+05:30सच है देवी-देवता भी मानवों की पीड़ा से अछूते कैसे र...सच है देवी-देवता भी मानवों की पीड़ा से अछूते कैसे रह सकते हैं, वे जो प्रेम और ममता के सागर हैं, अति भावपूर्ण सृजन !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.com