जीवन के किसी मोड़ पर
अचानक हमें लगता है -
"हम हार गए हैं,
ज़िन्दगी ऊन के लच्छे सी उलझ गई है" …
पर किसी न किसी तरह
कोई न कोई
खासकर माँ
उसे पूरा दिन
पूरा ध्यान लगाकर सुलझाती है
....
समस्या का चेहरा कितना भी विकराल हो
उससे निबटने का हल होता है,
कोई न कोई मजबूत हथेली मिल ही जाती है …
निःसंदेह,
मन अकुलाता है
न भूख लगती है
न प्यास
न शब्द मरहम का काम करते हैं
लेकिन ऐसी स्थिति में ईश्वर अपनी ओर खींचता है
मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारा …
हर दहलीज पर माथा टेकना
हारे मन की उपलब्धि होती है
सर पटकते पटकते लगता है
किसी ने नीचे हाथ रख दिया हो
और वहीँ से विश्वास का
कुछ कर दिखाने का
पाने का
गंतव्य शुरू होता है !
विराम
विकल्प
समाधान
परिवर्तन - हर तूफ़ान का होता है !
समस्याएँ एक तरह की अनुभवी शिक्षा है
जहाँ न दम्भ होता है
न दब्बूपन
होती है एक चाहत
सहने की
कुछ कर दिखाने की
विनम्रता की
टूटे मन को जोड़ने की …
तो,
हारिये न हिम्मत, बिसारिये न हरी नाम।।
जा ही विधि राखे राम, ता ही विधि रहिये।।
संकट को हरि ही हरता है इसीलिए वह हरि है !
जवाब देंहटाएंडूबते को तिनके के सहारे की तरह ईश्वर ही उबारता है अंतत: ।
जवाब देंहटाएंसच ही कहा है जेही विधि रखे राम तेहि विधि रहिये
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, मुसकुराते रहिए और स्वस्थ रहिए - ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 2 - 06 - 2015 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2024 में दिया जाएगा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
ओशो कहते हैं कि समस्याएँ माँजती हैं इंसान को, तब कहीं जाकर उसकी चमक उसे वापस मिलती है. आपकी रचना सचमुच प्रेरक है दीदी!
जवाब देंहटाएंसच है, अगर समस्याए आती है तो उन्हे सुलझानेवाले हाथ भी होते है
जवाब देंहटाएंसमस्याएँ एक तरह की अनुभवी शिक्षा है
जवाब देंहटाएं..सच है समस्याएं उसी के हिस्से ज्यादा आती हैं जो हिम्मत रखता है .....
बहुत सुन्दर रचना
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंसुन्दर , सार्थक रचना
जवाब देंहटाएंप्रेरणाप्रद कविता है दी..बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबेहद उम्दा...बहुत ही प्रेरना दाय कविता...
जवाब देंहटाएंहर शाम की एक सुबह जरूर होती है
जवाब देंहटाएंऔर भगवान के दर पे अक्सर मन को उस सुबह का अहसास और संबल मिलता है
सादर !!
समय से निपटने को हथेली जरूर मिलती है ... ऊपर वाला दुःख के साथ सुख भी तो पास ही रखता है ...
जवाब देंहटाएंआस्था और विश्वास जगाती पंक्तियाँ...
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जवाब देंहटाएंहारिये न हिम्मत, बिसारिये न हरी नाम।।
अद्भुत .....
himmat - e - marda,
जवाब देंहटाएंmadad- e- khuda
bhut hi sundar www.mobilebeta.net
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