#कुछचेहरे
कई चेहरे बहुत मुखर होते हैं, उनकी आंखें बोलती हैं, होठों पर टिकी,आंखों के कोने से टपकती मुस्कान बोलती है _ इतना कि तोहमतें दामन पकड़ लेती हैं,अफ़वाहों के बाज़ार में कुछ असली,कुछ नकली चीजें बिक जाती हैं और प्यार हो जाता है ।
उम्र की उड़ान और माशाअल्लाह सर से पांव तक नन्हीं सी चिड़िया जैसे अंदाज, आंखों से उतरती आग, बेबाक खिलखिलाहट में कालिदास की कलम का मेघदूत ... बात कितनी भी मुश्किल हो, बन ही जाती है ।
पहले खुद बोलते थे चेहरे अब बोलते बना दिये जाते हैं मशीन से ।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंसुंदर चेहरे
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर। बेहतरीन👌
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