शोर से अधिक एकांत का असर होता है, शोर में एकांत नहीं सुनाई देता -पर एकांत मे काल,शोर,रिश्ते,प्रेम, दुश्मनी,मित्रता, लोभ,क्रोध, बेईमानी,चालाकी … सबके अस्तित्व मुखर हो सत्य कहते हैं ! शोर में मन जिन तत्वों को अस्वीकार करता है - एकांत में स्वीकार करना ही होता है
18 नवंबर, 2008
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
एहसास
मैंने महसूस किया है कि तुम देख रहे हो मुझे अपनी जगह से । खासकर तब, जब मेरे मन के कुरुक्षेत्र में मेरा ही मन कौरव और पांडव बनकर खड़ा रहता...
-
मन को बहलाने और भरमाने के लिए मैंने कुछ ताखों पर तुम्हारे होने की बुनियाद रख दी । खुद में खुद से बातें करते हुए मैंने उस होने में...
-
भगवान ने कहा, मुझको कहाँ ढूंढे - मैं तो तेरे पास हूँ । बन गया एक पूजा घर, मंदिर तो होते ही हैं जगह जगह । अपनी इच्छा के लिए लोगों न...
Wow!!! Its really very fantastis creative thinking.
जवाब देंहटाएंवक्त गुज़रता रहा पर सांसें थमी सी थी,
मुस्कुरा रहे थे हम, पर आँखों में नमी सी थी,
साथ हमारे ये जहाँ था सारा,
पर न जाने क्यूँ कुछ कमी सी थी....
www.meripatrika.co.cc
" bhrm bn jayen hum tum, or yun mil jayen hum tum.............. very touching words, great.."
जवाब देंहटाएंRegards
मैं मौन अनुगामिनी
जवाब देंहटाएंनाम तेरा मैं न जानूं
तुम भी मुझको ना पहचानो,
फिर भी हैं ये आहटें
साथ चलता साया है
maun se hi ek ajeeb rishta hota hai hai na,bahut hi khubsurat andaaz,badhai
मौन हैं पर आपकी भावनाए बोलती हैं
जवाब देंहटाएंभेद दिल के ये चुप-छुप के खोलती हैं
कुछ ना बोलकर भी सब कुछ कह दिया है
और मैं को हम कर अपना मीत मौन को बना लिया है
आपका शेतानू:) चरण स्पर्श :)
achha likha hai....
जवाब देंहटाएंswagat hai....
Jai Ho Magalmay ho...
maun ki paribhasha jo aapne di hai..... wo kaafi hai.
जवाब देंहटाएंbahut hi sunder
इसी मौन में बहुत शक्ति है ..भ्रम यही बना रहे तो रास्ता आसान हो जाता है ..बहुत दिनों बाद आपका लिखा पढना अच्छा लगा .बहुत मिस किया आपको ..
जवाब देंहटाएंमौन की भाषा दुनिया की सबसे सशक्त भाषा है। जो एक बार इसे समझ गया, उसके लिए दुनिया निस्ससार हो जाती है।
जवाब देंहटाएंमौन जब जीवन में उतर आता है ,उसके संग अन्तर्मन में जीना आरंभ हो जाता है.यह आनंद की स्थिति है.आपने मौन की अनुभूतियों को जिया है इसलिए कविता में जीवन्तता है.
जवाब देंहटाएंmon me mon ka mil jana sundar hai.!
जवाब देंहटाएंshayad hum sab mon hi ki santane hai..!
jab koi nahi hota..tab wo hota hai.!
jab dete hai sab sath chor..wo hota hai..!
aur wo hota antim samay tak..jab koi humare sath nahi jata..!
tab bhi wo jata hai antim vidai tak!
कोई अकेला नहीं...कुछ नहीं तो मौन ही साथी है..बहुत अच्छी अभिव्यक्ति दीदी....!!
जवाब देंहटाएंWAH, MAUN KI SUNDAR ABHIVYAKTI HAI IS KAVITA ME..!!
जवाब देंहटाएंbhram ban jaayein ham tum, aur yun mil jaayein ham tum..............
जवाब देंहटाएंNicely worded beautiful thoughts and composition...... Rashmi ji mera pranaam sweekaar karein.. Meri post 'WHERE BATTLE IS WON BY QUITTING THE BATTLEFIELD' ko saraahane ke liye main aapakaa hrudaya se abhaari hoon.
bahut hee bhavpoorn rachana bahut aachha laga padh ke
जवाब देंहटाएंkhamoshi: the musical....आपकी ये खामोशी भी बहुत अच्छी बाते बोल गयी,बहुत कुछ सिखा गयी,मेरी खामोशी आपकी खामोशी समझ गयी......जिसके पास 'मौन' ऐसा साथी हो,उसके पास असीम शक्ति है! मौन रहकर अजय बना जा सकता है!मौन तो उर्जा का स्रोत है!इसका अच्छा उदहारण telepathy है,अध्यातम भी तो मौन रहना ही सिखाता है!मौन रहकर तो ईश्वर को पाया जा सकता है !मगर आजकल मौन रहने का हौसला है किसमे......?
जवाब देंहटाएं'तू दुनिया को अपनी तारीफे सुनाता रहा,और आज इस दुनिया ने ही तुम्हे हराकर मुस्कुरा दिया
मै 'मौन' के साथ रहते हुए जिंदगी गुजार दी,आज मैंने दुनिया जीत ली,आसमान छू लिया '
बहुत ही खुबसूरत रचना माँ
khamoshi ki bhasha agar na smajhe woh to sath hona kaisa???
जवाब देंहटाएंpyar mein khamoshi ko smajhna sabse jaruri hai...
bhaut sunder ahsas itne din bada mile padne ko apke...
dil khush ho gya..
meien ek rachna likhi hai isi topic pe..ki pyar meinsabse jaruri hai khamoshi ko smajhna..'
dikahungi jaldi hi apko...
apko phir se skriy dekh khushi hui bahut..
love u
नमस्कार आप काफ़ी समय बाद आई,आप की कमी कल रही थी,
जवाब देंहटाएंआप की कविता हमेशा की तरह से अति सुंदर, बहुत कुछ कह रही है मोन रह कर.
धन्यवाद
क्या बात है...बेहतरीन रचना...
जवाब देंहटाएंनीरज
मौन अपने आप में एक दुर्लभ और सशक्त भाषा है, जिसकी मित्रता (सहजता) इन्सान को कण-कण में व्याप्त शक्ति श्रोतो को समझने की शक्ति प्रदान करती है | एक अच्छी रचना |
जवाब देंहटाएंमैं मौन अनुगामिनी
जवाब देंहटाएंनाम तेरा मैं न जानूं
तुम भी मुझको ना पहचानो,
फिर भी हैं ये आहटें
साथ चलता साया है
आपकी रचना बहुत प्यारी-सी लगी।
bahut achchha...aapka aana sukhad hai...
जवाब देंहटाएंpranaam
मौन की व्याख्या व महत्त्व भी /सही है अपने आराध्य से भी मौन भाषा में ही बात हो सकती है मौन एक भाषा भी है बैसे भी भाषा उच्च कोटि के लोग निर्मित करते हैं /प्रेम जब गहराता है तब शब्द व्यर्थ हो जाते हैं /मौन भक्ति का प्रथम चरण है /मौन अर्थ पूर्ण है /शब्दहीन भाषा बहुत कुछ कह जाती है /महाबीर की मौन भाषा ने बहुत कुछ कहा /मौन जहाँ एक ओर ""मौनं स्वीकृति लक्षणं है वही मौनं मूर्खस्य बलम भी है /मौन में ही व्यक्ति अंतरतम की गहराई में जा सकता है /
जवाब देंहटाएंmaun hum bahut pyaari rachna hai.
जवाब देंहटाएंkshitiz tak milane ke bhram men bhram hi bann jaayen hum tum. bahut badhiya.
badhai
Di! russian main ek kahavat hai "silence is gold".kuch esa hi sona hai aapki ye kavita.
जवाब देंहटाएं