02 जनवरी, 2011

वारी वारी जावां.....



नए साल की सरगोशियाँ हुईं
मैंने उन्हें नहलाया धुलाया
पाउडर लगाया
नैपिज पहनाये
झबले सा ड्रेस
काला टीका लगाया
बलैयां ली ... नज़र ना लगे !
पूरी दुनिया इसे हाथोहाथ लेने में लगी रही
लगातार शोर ...
थक गया है
सबसे आँखें बचा
नाईट ड्रेस पहना दिया है
थपकियाँ दे रही हूँ
दुआ है -
रहे हर दिन तरोताजा
सुहाना सलोना खिलखिलाता हुआ
कामयाबियां कदम चूमे
हर कोई कहे -
वारी वारी जावां.......

31 टिप्‍पणियां:

  1. बढ़िया कविता और बढ़िया सोच है ... मज़ा आ गया दीदी ... क्या बात है ... बिलकुल नया साल एक छोटे बच्चे कि तरह है जिसे हर दिन तरोताजा रहना है अगले ३१ दिसम्बर तक ...

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  2. बढ़िया कविता और बढ़िया सोच है ... मज़ा आ गया दीदी ... क्या बात है ... बिलकुल नया साल एक छोटे बच्चे कि तरह है जिसे हर दिन तरोताजा रहना है अगले ३१ दिसम्बर तक ...

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  3. वारी वारी जावां......इस प्रेम पे

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  4. मैं वी वारी वारी जावं। अपको भी सपरिवार नये साल की हार्दिक शुभकामनायें।

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  5. are waah ekdam nai tarah se swagat nay saal ka .
    bahut hi pyaaree rachna.

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  6. सुन्दर सोच और सुन्दर कविता , नए साल की शुभकामनाये .

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  7. स्त्री जीवन के सामान्य शब्द लोरी, बलैया, काला टीका, आदि के द्वारा आपने नववर्ष के बड़े अर्थों को सम्प्रेषित करने की सच्ची कोशिश की है। बधाए नए साल की!! बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
    नए साल का पहला विचार

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  8. एकदम नई approach.
    प्यारी और सुन्दर कविता.

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  9. बहुत प्यारी सोच... दिल को छूने वाली खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
    सादर,
    डोरोथी.

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  10. नए साल की इतनी खूबसूरत प्रस्तुति ...कहीं देखने को नहीं मिली ....मैं भी न्योछावर हो गयी ...

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  11. नए वर्ष के स्वागत के लिए बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति !
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
    -ज्ञानचंद मर्मज्ञ

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  12. बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...
    नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...

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  13. वारी वारी जावां .. नये साल का जन्म और बाल रूप अच्छा लगा ...आपकी इस सुन्दर रचना के नीचे मै आपको नववर्ष की शुभकामनाये दे रही हूँ .. आपको परिवार सहित नववर्ष खुशियाँ और अच्छा स्वस्थ लाए .. मंगलकामनाएं ...

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  14. आप की आज की कविता पढ कर मां याद आगई, बहुत सुंदर कविता लोरी समान, धन्यवाद

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  15. थपकियाँ दे रही हूँ
    दुआ है -
    रहे हर दिन तरोताजा
    सुहाना सलोना खिलखिलाता हुआ

    आपकी इस खूबसूरत सी दुआ के साथ हमारी दुआएं भी शामिल हैं ...बधाई सुन्‍दर सी नववर्ष की रचना के लिये ।

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  16. uff.......aise mohak soch........di aap ka jabab nahi..:)


    kashh 2011 aapke soch ki tarah ek dum taja rahe...:)

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  17. नए साल की बहुत बुत मुबारक ... नया साल aise ही guzre .... mohak rachna ...

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  18. सुन्दर कविता , नए साल की शुभकामनाये

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  19. नये साल के स्वागत का बहुत सुन्दर अन्दाज़ है…………मैने भी कुछ मिलता जुलता ही लिखा है मगर इससे आगे का।
    http://redrose-vandana.blogspot.com

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  20. रश्मि जी इतने प्यार दुलार से
    कहीं बिगड़ न जाये ये लाल .....

    नए साल के साथ नई सोच की शुभकामनाएं ....!!

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  21. वाह रश्मि जी, क्या खूब कल्पना की है आपने...
    एक शेर हाज़िर है-
    इस नए साल हर इंसां हो ख़ुदाया ऐसा
    हर बशर से उसे अपनी ही सी खुशबू आए.
    नए साल की मुबारकबाद.

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  22. मैं तो वारी वारी गयी आपके इस अद्वितीय अंदाज और रचना पर...

    एकदम अनोखा अंदाजे बयां है यह....

    लाजवाब,सुपर्ब !!!!

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  23. थपकियाँ दे रही हूँ
    दुआ है -
    रहे हर दिन तरोताजा
    सुहाना सलोना खिलखिलाता हुआ

    सुन्दर कविता, बहुत नई सोच है, आओ मिल कर इसे सहेजें. नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...

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  24. कामयाबियां कदम चूमे
    हर कोई कहे -
    वारी वारी जावां..
    ..बधाई सुन्‍दर सी रचना के लिये...

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  25. वाह !.......... कितनी खूबसूरत सोच और पँक्तियोँ को प्रस्तुत किया है आपने दी । नये वर्ष के बालपन के दर्शन करा दिये आपने । आभार दी !

    आपको एवं आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायेँ ।


    " खुदा से भी पहले हमेँ याद आयेगा कोई "

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  26. वाह !.......... कितनी खूबसूरत सोच और पँक्तियोँ को प्रस्तुत किया है आपने दी । नये वर्ष के बालपन के दर्शन करा दिये आपने । आभार दी !

    आपको एवं आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायेँ ।


    " गजल...........खुदा से भी पहले हमेँ याद आयेगा कोई "

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