नया साल तुम्हारी जिजीविषा को
विजिगीषा बनाये
तुम्हारी रगों में वो सारी शक्तियां दौड़ें
जो दुर्गा की रचना में
सभी देवताओं ने दी थी
चंड मुंड शुम्भ निशुम्भ
महिषासुर जैसे असुरों का सर्वनाश तुम स्वयं करो
आदिशक्ति का संचार खुद महादेव ने किया है
तुम्हारी स्वाभाविक स्थिति का भान
तुम्हें ही करवाने के लिए
उन्होंने खुद को भी दुःख दिया
उस दुःख का मोल चुकाओ
अपनी सामर्थ्य का हर शस्त्र उठाओ
...........
सीता,अहिल्या बनने का युग नहीं
ना ही खुद को शापित अनुभव करने का युग है
इंतज़ार करना कमजोरी है
एक एक चिंगारी तुम्हारे अन्दर है
धधको,भभको
हर घृणित अपराधी को
गलाओ,सुखाओ ........ जला डालो
अपने स्वत्व का अभिषेक खुद करो
'बेटी' होने की गरिमा को
महिमामंडित करो
...........
और हर वर्ष गर्व से कहो
'यह नया वर्ष मेरा है
मेरी माँ का है
मेरे पिता का है
मेरे भाई का है
मेरे अपनों का है '
नया वर्ष स्वतः उनलोगों के सर पर हाथ रखेगा
जो यकीनन इन संबंधों के घेरे में आते हैं .......
नया वर्ष आजीवन सत्य का हो
न्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
- शुभकामनायें- :(
नया वर्ष आजीवन सत्य का हो
जवाब देंहटाएंन्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
सीता,अहिल्या बनने का युग नहीं
जवाब देंहटाएंना ही खुद को शापित अनुभव करने का युग है
बिलकुल सही कहा है सहमत हूँ यह आपका उद्घोष हर नारी के ह्रदय तक पहुंचे !
नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ प्रेरणादाई रचना के लिए बधाई !
नया वर्ष आजीवन सत्य का हो
जवाब देंहटाएंन्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
बहुत सुंदर, बहुत सुंदर
शिव हो सुन्दर हो
जवाब देंहटाएंsatyam shivam sundaram
जवाब देंहटाएंkash ki yah ho sakta he....
नया वर्ष आजीवन सत्य का हो
जवाब देंहटाएंन्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो !
आपकी कविता का एक एक शब्द सच हो....यही कामना है..शुभकामना है...
जवाब देंहटाएंनया वर्ष आजीवन सत्य का हो
जवाब देंहटाएंन्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
भगवान करे ऐसा ही हो ...यही कामना है...
तुम्हारी स्वाभाविक स्थिति का भान
जवाब देंहटाएंतुम्हें ही करवाने के लिए
उन्होंने खुद को भी दुःख दिया
उस दुःख का मोल चुकाओ
अपनी सामर्थ्य का हर शस्त्र उठाओ
अपनी सामर्थ्य का हर शस्त्र उठाओ !!
आमीन !!!
जवाब देंहटाएंआमीन !!!
जवाब देंहटाएंनया वर्ष आजीवन सत्य का हो
जवाब देंहटाएंन्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
.
kash aisa hi ho...:) aane wala har varsh !!
ऐसा ही हो..
जवाब देंहटाएंaamin
जवाब देंहटाएंनया वर्ष आजीवन सत्य का हो
जवाब देंहटाएंन्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
मेरी भी यही कामना है..:-)
Amen.
जवाब देंहटाएंएक एक शब्द सच कहती कविता,,,
जवाब देंहटाएंनए वर्ष की बहुत२ शुभकामनाए,,,,
----------------------
recent post : नववर्ष की बधाई
जवाब देंहटाएंसीता,अहिल्या बनने का युग नहीं
ना ही खुद को शापित अनुभव करने का युग है
आपने सही कहा, अब समय आगया है अधिकार मांगने की नहीं छिनने की : बहुत सुन्दर ,सामयिक भाव पूर्ण अभिव्यक्ति ;
इसी सन्दर्भ में मेरी चार पोस्ट : http://kpk-vichar.blogspot.in & http://vicharanubhuti.blogspot.in
me aapka swagat hai.
काश ऐसा ही हो ..आमीन .
जवाब देंहटाएंतुम्हे शक्तिशाली बनना होगा....
जवाब देंहटाएंसत्य,सटीक,सार्थक,सच
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण-------
सत्य,सटीक,सार्थक,सच
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण-------
आने वाला वक्त ...सबके लिए अच्छा और शुभ हो ...बस ये ही प्रार्थना कर सकते है
जवाब देंहटाएंbahot sunder......
जवाब देंहटाएंbahot sunder......
जवाब देंहटाएंसार्थक शब्द. इसी प्रलयंकारी नारी का रूप देखने की जरूरत है समाज में घुले दानवो को.
जवाब देंहटाएंऐसा ही हो ...
जवाब देंहटाएंविघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
जवाब देंहटाएंआमीन !!!
♥(¯`'•.¸(¯`•*♥♥*•¯)¸.•'´¯)♥
♥नव वर्ष मंगबलमय हो !♥
♥(_¸.•'´(_•*♥♥*•_)`'• .¸_)♥
चंड मुंड शुम्भ निशुम्भ
महिषासुर जैसे असुरों का सर्वनाश तुम स्वयं करो
आदिशक्ति का संचार खुद महादेव ने किया है
तुम्हारी स्वाभाविक स्थिति का भान
तुम्हें ही करवाने के लिए
उन्होंने खुद को भी दुःख दिया
उस दुःख का मोल चुकाओ
अपनी सामर्थ्य का हर शस्त्र उठाओ
चिंगारी तुम्हारे अन्दर है
धधको,भभको
हर घृणित अपराधी को
गलाओ,सुखाओ ........ जला डालो
अपने स्वत्व का अभिषेक खुद करो
'बेटी' होने की गरिमा को
महिमामंडित करो
तथास्तु !
आपकी लेखनी से सदैव सुंदर , सार्थक , श्रेष्ठ सृजन होता है …
आदरणीया दीदी रश्मिप्रभा जी
नमन !
नया वर्ष आजीवन सत्य का हो
न्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
बहुत कुछ ऐसा घट रहा है , जिसकी अनदेखी संभव नहीं ...
फिर भी आशा का दामन नहीं छोड़ना चाहिए
वर्ष २०१२ की विदा-वेला में मैं अपनी ओर से नव वर्ष के स्वागत में कहता हूं-
ले आ नया हर्ष , नव वर्ष आ !
आजा तू मुरली की तान लिये ' आ !
अधरों पर मीठी मुस्कान लिये ' आ !
विगत में जो आहत हुए , क्षत हुए ,
उन्हीं कंठ हृदयों में गान लिये ' आ !
आशाएं जीवित रहनी ही चाहिए …
नव वर्ष की शुभकामनाओं सहित…
राजेन्द्र स्वर्णकार
◄▼▲▼▲▼▲▼▲▼▲▼▲▼▲▼▲▼▲▼►
अत्यंत हृदयस्पर्शी रचना , बधाई !
जवाब देंहटाएंअत्यंत हृदयस्पर्शी रचना , बधाई !
जवाब देंहटाएंप्रभावी लेखन,
जवाब देंहटाएंजारी रहें,
बधाई !!
नया वर्ष आजीवन सत्य का हो
जवाब देंहटाएंन्यायिक हो
सफल हो
शिव हो सुन्दर हो
विघ्नहर्ता के क़दमों से इसका आरम्भ हो
- शुभकामनायें- :
बहुत बढ़िया सकारात्मक भरी प्रस्तुति ..
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ... आशा है नया वर्ष न्याय वर्ष नव युग के रूप में जाना जायेगा।
जवाब देंहटाएंब्लॉग: गुलाबी कोंपलें - जाते रहना...
दिन तीन सौ पैसठ साल के,
जवाब देंहटाएंयों ऐसे निकल गए,
मुट्ठी में बंद कुछ रेत-कण,
ज्यों कहीं फिसल गए।
कुछ आनंद, उमंग,उल्लास तो
कुछ आकुल,विकल गए।
दिन तीन सौ पैसठ साल के,
यों ऐसे निकल गए।।
शुभकामनाये और मंगलमय नववर्ष की दुआ !
इस उम्मीद और आशा के साथ कि
ऐसा होवे नए साल में,
मिले न काला कहीं दाल में,
जंगलराज ख़त्म हो जाए,
गद्हे न घूमें शेर खाल में।
दीप प्रज्वलित हो बुद्धि-ज्ञान का,
प्राबल्य विनाश हो अभिमान का,
बैठा न हो उलूक डाल-ड़ाल में,
ऐसा होवे नए साल में।
Wishing you all a very Happy & Prosperous New Year.
May the year ahead be filled Good Health, Happiness and Peace !!!
आपको भी अंग्रेजी नववर्ष की शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंइस साल का अंत बेहद दुखद था
दामिनी को श्रद्धांजलि
हर घृणित अपराधी को
जवाब देंहटाएंगलाओ,सुखाओ ........ जला डालो
अपने स्वत्व का अभिषेक खुद करो
'बेटी' होने की गरिमा को
महिमामंडित करो
....आज इसी ज़ज्बे की जरूरत है..बहुत प्रेरक रचना..नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!
आँखों का आक्रोश कलम में उभर कर आया है ....
जवाब देंहटाएंरश्मि जी इस धर्म के पालन के लिए बधाई ...!!
शुभ हो !
जवाब देंहटाएं२०१३ का संकल्प ऐसा ही होना चाहिए ...ये की विजय हो पर जल्दी हो ...
जवाब देंहटाएं२०१३ शुभ हो ...
कभी-कभी सोचता हूँ कि कुछ नया करने के लिए नए साल(१ जनवरी) का इन्तेजार क्यूँ , मैं अपना नया साल २४ नवंबर से मनाऊं , तो ? उसी दिन सारे नए काम शुरू करूँ , उसी दिन नए संकल्प , उसी दिन बेहतर भविष्य की नींव | फिर एक पंक्ति याद आती है 'जब जागो तभी सवेरा' |
जवाब देंहटाएं.
आपको भी नए वर्ष की शुभकामनायें , ईश्वर से आपके बेहतर स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ |
(पोस्ट के अंत में लगाया हुआ :( का स्माइली काफी कुछ कहता है )
सादर