कुछ खुमारी में डूबे शब्द हैं
कुछ अंगड़ाई लेते पल
कुछ दिन हैं, कुछ शाम
कुछ सुबह, कुछ जागी रात
एक ही दिशा में अटके कुछ ख्याल
कुछ धरती, कुछ आकाश
चुटकी भर क्षितिज का मिलन
पंछियों की उड़ान
कबूतर की गुटरगूं
…………… सपनों का मिश्रीवाला घर
जलतरंग की मीठी धुन
लहरों का आवेग
नदी की कलकल ध्वनि
संध्या की धीमी रागिनी
पलकों का टिपिर टिपिर मटकना
गौरैये का फुदकना
मुर्गे की बाँग
आम बौर की मादक सुगंध
थोड़ी फागुनी भांग
……
मेरा बचपन
मुझमें जीनेवाली सपनोवाली लड़की
बारिश में नंगे पाँव छप छप दौड़ती लड़की
खुले बाल हवा में इठलाती लड़की
तुम्हारे नाम अपने हस्ताक्षर करती है
अपने सुकून के लिए !
संभव है -
तुम्हें ज़रूरत न हो
फिर भी ख्यालों की प्यास बुझाने के लिए
और कालांतर में समझने के लिए
… हस्ताक्षर का क्या हुआ !!!
है एक हस्ताक्षर - तुम्हारे नाम
सपनो वाली लड़की के स्वप्निल हस्ताक्षर...बहुत सुन्दर रचना !!
जवाब देंहटाएंbahut sundar khyal
जवाब देंहटाएंशुरु खुमारी से ही
जवाब देंहटाएंजब बात होती है
महसूस होने लगता है
कहीं ना कहीं
जरूर होती है
फागुन की भाँग
कोई पिये ना पिये
नहीं पीने वाले
के लिये होनी भी
जरूरी होती है
जिंदगी हमेशा
सीधी चले
बहुत अच्छा है
किसी मौसम
को भी कभी
लड़खड़ाना उसकी
मजबूरी होती है
और
बात जब एक छोटी
लड़की की होती है
होली के मौसम में
शब्दों में कुछ नमी
भी जरूरी होती है ।
होली की हार्दिक मंगलकामनाऐं ।
वाकई आप के शब्दो में कमाल है :)
वाह . . . .
जवाब देंहटाएंमेरा बचपन
जवाब देंहटाएंमुझमें जीनेवाली सपनोवाली लड़की
बारिश में नंगे पाँव छप छप दौड़ती लड़की
खुले बाल हवा में इठलाती लड़की --अत्यंत खूबसूरत रचना ,बधाई
बहुत सुंदर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंसपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाए ....
RECENT पोस्ट - रंग रंगीली होली आई.
स्वप्नों में जीती मन की आशायें।
जवाब देंहटाएंहर मन में छुपा बचपन..बहुत सुन्दर रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर...
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाए ....
बहुत सुंदर रश्मि आंटी ।उसके नाम का हस्ताक्षर फिर जीवन में नही शेष कुछ ।
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना...रंगों से सराबोर होली की शुभकामनायें...
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जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन होली की हार्दिक मंगलकामनाएँ - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
सपनों वाली लड़की क भोलेपन सलामत रहे ... कोमल एहसास ...
जवाब देंहटाएंआपको होली कि हार्दिक बधाई ...
तुम्हें जरूरत हो न हो ... एक हस्ताक्षर तुम्हारे नाम
जवाब देंहटाएंबस यही भोलापन रहे सदियों तक
फिर दुनियादारी रहे ... न रहे
सपनों के साथ ये मुस्कराहट ताउम्र क़ायम रहे ......
जवाब देंहटाएंअनंत शुभकामनाएँ
तुम्हे जरुरत हो न हो ....
जवाब देंहटाएंस्नेह , प्रेम , लगाव और जिम्मेदारी स्वाभिमान के साथ स्वयं अहसास।/महसूस करने की भावना है !
होली की असीम शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंकहना बहुत कुछ है
आज शब्द कुछ धोखा कर रहे हैं
बेहतरीन ! होली की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंलगता नहीं कि आपने प्रकृति का कोई भी पहलू, कोई भी प्रतीक या कोई भी रंग छोड़ा है!! और जब सारी प्रकृति इस कविता में समा जाए, तो कुछ कहने को बाकी रहता है क्या!! एक शब्द में कहूँ तो - मोहक!!
जवाब देंहटाएंकितनी सुन्दर!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर मासूम रचना.. होली की असीम शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंगज़ब.... दी....! लाजवाब रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत प्यारी रचना कहने के सिवा और क्या कह सकती हूँ :)
जवाब देंहटाएंसपनों का मिश्रीवाला घर
जवाब देंहटाएंजलतरंग की मीठी धुन
लहरों का आवेग
नदी की कलकल ध्वनि
संध्या की धीमी रागिनी ... सपनो वाली लड़की ... ये आज की महानगरीय जीवन में पलती लड़की के लिए वाकई सपनों सा हो सकता है .. बहुत खूबसूरत चित्रण ग्रामीण एवं समृद्ध परिवार , परिवेश में पनपी लड़की के बचपन की ... दिल तक पहुचती रचना ..
सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंचहका-चहका मन ..थामे कोई तन...
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