16 मार्च, 2014

तुम्हारे नाम हस्ताक्षर



कुछ खुमारी में डूबे शब्द हैं 
कुछ अंगड़ाई लेते पल 
कुछ दिन हैं, कुछ शाम 
कुछ सुबह, कुछ जागी रात 
एक ही दिशा में अटके कुछ ख्याल 
कुछ धरती, कुछ आकाश 
चुटकी भर क्षितिज का मिलन 
पंछियों की उड़ान 
कबूतर की गुटरगूं 
…………… सपनों का मिश्रीवाला घर 
जलतरंग की मीठी धुन 
लहरों का आवेग 
नदी की कलकल ध्वनि 
संध्या की धीमी रागिनी 
पलकों का टिपिर टिपिर मटकना 
गौरैये का फुदकना 
मुर्गे की बाँग 
आम बौर की मादक सुगंध 
थोड़ी फागुनी भांग 
…… 
मेरा बचपन 
मुझमें जीनेवाली सपनोवाली लड़की 
बारिश में नंगे पाँव छप छप दौड़ती लड़की 
खुले बाल हवा में इठलाती लड़की 
तुम्हारे नाम अपने हस्ताक्षर करती है 
अपने सुकून के लिए !
संभव है -
 तुम्हें ज़रूरत न हो 
फिर भी ख्यालों की प्यास बुझाने के लिए 
और कालांतर में समझने के लिए 
… हस्ताक्षर का क्या हुआ !!!
 है एक हस्ताक्षर - तुम्हारे नाम 

26 टिप्‍पणियां:

  1. सपनो वाली लड़की के स्वप्निल हस्ताक्षर...बहुत सुन्दर रचना !!

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  2. शुरु खुमारी से ही
    जब बात होती है
    महसूस होने लगता है
    कहीं ना कहीं
    जरूर होती है
    फागुन की भाँग
    कोई पिये ना पिये
    नहीं पीने वाले
    के लिये होनी भी
    जरूरी होती है
    जिंदगी हमेशा
    सीधी चले
    बहुत अच्छा है
    किसी मौसम
    को भी कभी
    लड़खड़ाना उसकी
    मजबूरी होती है
    और
    बात जब एक छोटी
    लड़की की होती है
    होली के मौसम में
    शब्दों में कुछ नमी
    भी जरूरी होती है ।

    होली की हार्दिक मंगलकामनाऐं ।

    वाकई आप के शब्दो में कमाल है :)

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  3. मेरा बचपन
    मुझमें जीनेवाली सपनोवाली लड़की
    बारिश में नंगे पाँव छप छप दौड़ती लड़की
    खुले बाल हवा में इठलाती लड़की --अत्यंत खूबसूरत रचना ,बधाई

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  4. बहुत सुंदर प्रस्तुति...!
    सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाए ....

    RECENT पोस्ट - रंग रंगीली होली आई.

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  5. हर मन में छुपा बचपन..बहुत सुन्दर रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  6. बहुत सुंदर...
    होली की हार्दिक शुभकामनाए ....

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  7. बहुत सुंदर रश्मि आंटी ।उसके नाम का हस्ताक्षर फिर जीवन में नही शेष कुछ ।

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  8. सुंदर रचना...रंगों से सराबोर होली की शुभकामनायें...

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  9. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन होली की हार्दिक मंगलकामनाएँ - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  10. सपनों वाली लड़की क भोलेपन सलामत रहे ... कोमल एहसास ...
    आपको होली कि हार्दिक बधाई ...

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  11. तुम्हें जरूरत हो न हो ... एक हस्ताक्षर तुम्हारे नाम
    बस यही भोलापन रहे सदियों तक
    फिर दुनियादारी रहे ... न रहे

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  12. सपनों के साथ ये मुस्‍कराहट ताउम्र क़ायम रहे ......
    अनंत शुभकामनाएँ

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  13. तुम्हे जरुरत हो न हो ....
    स्नेह , प्रेम , लगाव और जिम्मेदारी स्वाभिमान के साथ स्वयं अहसास।/महसूस करने की भावना है !

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  14. होली की असीम शुभकामनायें
    कहना बहुत कुछ है
    आज शब्द कुछ धोखा कर रहे हैं

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  15. लगता नहीं कि आपने प्रकृति का कोई भी पहलू, कोई भी प्रतीक या कोई भी रंग छोड़ा है!! और जब सारी प्रकृति इस कविता में समा जाए, तो कुछ कहने को बाकी रहता है क्या!! एक शब्द में कहूँ तो - मोहक!!

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  16. बहुत सुन्दर मासूम रचना.. होली की असीम शुभकामनायें

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  17. गज़ब.... दी....! लाजवाब रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें।
    सादर

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  18. बहुत प्यारी रचना कहने के सिवा और क्या कह सकती हूँ :)

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  19. सपनों का मिश्रीवाला घर
    जलतरंग की मीठी धुन
    लहरों का आवेग
    नदी की कलकल ध्वनि
    संध्या की धीमी रागिनी ... सपनो वाली लड़की ... ये आज की महानगरीय जीवन में पलती लड़की के लिए वाकई सपनों सा हो सकता है .. बहुत खूबसूरत चित्रण ग्रामीण एवं समृद्ध परिवार , परिवेश में पनपी लड़की के बचपन की ... दिल तक पहुचती रचना ..

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  20. चहका-चहका मन ..थामे कोई तन...

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 कोई रेस तो है सामने !!! किसके साथ ? क्यों ? कब तक ? - पता नहीं ! पर सरपट दौड़ की तेज़, तीखी आवाज़ से बहुत घबराहट होती है ! प्रश्न डराता है,...