29 जनवरी, 2020

हम रोज थोड़ा मरते हैं थोड़ा जीते हैं




हम रोज थोड़ा मरते हैं
थोड़ा जीते हैं
इस थोड़े में हम बहुत कुछ करते हैं ।
कभी हम सूरज को भर लेते हैं
अपनी नन्हीं सी मुट्ठी में,
कभी अलगनी पर छाया को टांग देते हैं ।
बारिश की फुहारों से
चुराते हैं गीत
इंद्रधनुष की धुन पर
सुर बेसुर गुनगुना लेते हैं ।
ज़िन्दगी को किसी दिन
बिल्कुल जाया कर देते हैं
तो किसी दिन
उसे तह लगा सन्दूक में रख देते हैं
और किसी दिन उसे पैरों में बांधकर
कोलम्बस और वास्कोडिगामा बन जाते हैं
किसी वैज्ञानिक की तरह
प्रकृति को सूक्ष्मता से देखते हैं
तो किसी दिन
दार्शनिक की तरह
मन के भूलभुलैये में
उसकी उंगली पकड़ चलते हैं
और अनुभवों की छतरी बना लेते हैं ।
जीते मरते
मरते जीते
हम रोज कुछ बनाते हैं
मिटाते हैं
और संजोते हैं ...

8 टिप्‍पणियां:

  1. जरूरी है थोड़ा मरना थोड़ा जीना सीखने के लिये।

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  2. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 30.1.2020 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3596 में दिया जाएगा । आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी ।

    धन्यवाद

    दिलबागसिंह विर्क

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  3. इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.

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  4. Okay then...

    What I'm going to tell you might sound pretty creepy, maybe even a little "supernatural"

    BUT what if you could simply push "PLAY" to listen to a short, "musical tone"...

    And magically attract MORE MONEY to your life???

    I'm talking about hundreds... even thousands of dollars!!

    Sounds way too EASY??? Think this couldn't possibly be for REAL??

    Well then, I've got news for you..

    Usually the greatest blessings life has to offer are the easiest to GET!!

    In fact, I'm going to PROVE it to you by letting you listen to a real-life "magical money tone" I've produced...

    And do it FREE (no strings attached).

    You simply press "PLAY" and watch as your abundance angels fly into your life. it starts right away.

    GO here to PLAY the marvelous "Miracle Money-Magnet Tone" - as my gift to you!!

    जवाब देंहटाएं

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