आज को जीना चाहते हो
तो उस आज को जियो
जो रात तुम्हारे सिरहाने की बेचैनी ना बने
उधेड़बुन और जोड़ घटाव में
सुबह ना हो जाये
और वह आज एक प्रश्न ना बन जाये...
अतीत को उतना ही भूलो
जितनी ज़रूरत हो
अतीत को जेहन में ना रखा
तो आज को तराश नहीं पाओगे !
...
जो कहते हैं अतीत को भूल जाओ
उनसे दूरी बनाकर चलो
याद रखो-
वे जिस सबक को भूल जाने की सलाह देते हैं
अपने आल्मीरे के लॉकर में
उसे संभालकर रखते हैं ...
और भविष्य !
आज ही तुम्हारा भविष्य है
आज को संवारो
आज हंसो
आज को जियो....
कल को भविष्य माना तो एक ही सार होगा
तुमने क्या पाया?
तुम्हारा क्या गया जो रोते हो !!!
geeta ki panktiyaa yaad dilaa gai ye rachnaa
जवाब देंहटाएंसही कहा अतीत सबक ही तो सिखाता है हमें जिंदगी जीने के लिए
जवाब देंहटाएंआज को जीना चाहते हो
जवाब देंहटाएंतो उस आज को जियो
जो रात तुम्हारे सिरहाने की बेचैनी ना बने
उधेड़बुन और जोड़ घटाव में
सुबह ना हो जाये
और वह आज एक प्रश्न ना बन जाये...
prerna daayee rachna! zindgi ko disha de rahi hai !
अतीत को उतना ही भूलो
जवाब देंहटाएंजितनी ज़रूरत हो
अतीत को जेहन में ना रखा
तो आज को तराश नहीं पाओगे
badee sahi baat
बिल्कुल सही कहा……………आज को सँवार लो कल अपने आप सँवर जायेगा………………बहुत सुन्दर सन्देश देती रचना।
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही...आज ही को भविष्य मानना चाहिए...बहुत ही अर्थपूर्ण कविता...
जवाब देंहटाएंजीवन का सच्चा सार
जवाब देंहटाएंअतीत को उतना ही भूलो जितनी की जरुरत है ...
जवाब देंहटाएंआज को जीते अतीत को नहीं भूलना चाहिए ...बल्कि उसका सबक हमेशा याद रखना चाहिए ...
सहमत ...!
जो जीना है वह आज जिओ
जवाब देंहटाएंकल को क्या जीना है...
बहुत सटीक प्रेरक रचना....आभार .
nice
जवाब देंहटाएंसबक सिखाती सुन्दर रचना ... जो अपने अतीत को भूल जाते हैं, वो भविष्य को संवर नहीं पाते हैं ..
जवाब देंहटाएंmere kahne na kahne se kya kuchh badal jaayega...aartee ka deep hai maathe laga ke nikalta hun.
जवाब देंहटाएंashish aap de hi dengi :)
bilkul sahi kaha aapane ...........bahut bahut aabhar....
जवाब देंहटाएंसही मार्गदर्शन देती अच्छी रचना....आज को भरपूर जीना चाहिए..अतीत से सबक लेते हुए....
जवाब देंहटाएं-***://::**-''''''कुछ कहने के लिए शब्द नहीं मिल रहे।
जवाब देंहटाएंप्रभावशाली प्रेरक रचना ...
जवाब देंहटाएंचंद पंक्तिओं मे जीवन का फलसफा निचोड़ कर रख दिया ... अति सुंदर
अतीत को उतना ही भूलो
जवाब देंहटाएंजितनी ज़रूरत हो
अतीत को जेहन में ना रखा
तो आज को तराश नहीं पाओगे !
bilakul sahee kahaa| bahut acchee lagee racanaa badhaaI
बिलकुल सही कहा जी आज को जीयो दिल भर के कल अपने आप संवर जायेगा
जवाब देंहटाएंएक एक शब्द गहराई तक उतरता गया। गहन अभिव्यक्ति है आपकी..
जवाब देंहटाएंNi:Shabd hue hum MAa, yeh tum hi itne easy way main samjha sakti ho...ILu...!
जवाब देंहटाएंbahut vicharpoorn kavita !
जवाब देंहटाएंकल आज और कल में आज जीने का सुन्दर संदेस देती प्यारी रचना |
जवाब देंहटाएंअतीत को उतना ही भूलो
जवाब देंहटाएंजितनी ज़रूरत हो
अतीत को जेहन में ना रखा
तो आज को तराश नहीं पाओगे !
सुन्दर सन्देश देती रचना ..
हम अतीत से सबक लेकर वर्तमान को बेहतर कर सकते हैं.
जवाब देंहटाएंएक गीत भी याद आ रहा है-
आने वाला पल जाने वाला है
हो सकें तो इसमें जिन्दगी बिता दो
जीना तो आज को है, सीख ले इतिहास से, सोच कर भविष्य को ।
जवाब देंहटाएंसत्य वचन
जवाब देंहटाएंshat pratisht sahee sandesh....
जवाब देंहटाएंTumhara kya haya jo tum rote ho ...
जवाब देंहटाएंsach kaha aaj ko jeena bahut jaroori hai .. kal ki sunehri yaadon ke liye bhi aaj ko jeena jaroori hai ...
अतीत को उतना ही भूलो
जवाब देंहटाएंजितनी ज़रूरत हो
अतीत को जेहन में ना रखा
तो आज को तराश नहीं पाओगे !
कितना क़ीमती संदेश दिया है रश्मि जी.
आपकी रचनाओं में हमेशा एक चिन्तन मिलता है.
और भविष्य !
जवाब देंहटाएंआज ही तुम्हारा भविष्य है
आज को संवारो
आज हंसो
आज को जियो....
कल को भविष्य माना तो एक ही सार होगा
तुमने क्या पाया?
तुम्हारा क्या गया जो रोते हो !!!
जिंदगी को सही सोच देती एक उत्कृष्ट कविता.
हमेशा की तरह सत्यम,शिवम सुन्दरम.
अतीत गौरवशाली और भविष्य स्वर्णिम - हमेशा। वर्तमान - जद्दोजहद भरा हमेशा।
जवाब देंहटाएंयही उत्तम स्थिति और गति है।
प्रशंसा करने के लिए शब्दों का नितांत अभाव महसूस कर रही हूँ. जीवन दर्शन को इतनी आसानी से समझाना कोई आप से सीखे गहन अभिव्यक्ति है अति सुंदर
जवाब देंहटाएंrashmi ji,
जवाब देंहटाएंdaarshanik soch aur sandeshprad rachna jo hum sabhi ko sochne keliye prerit karti hai aur khush-haal zindgi keliye aawashyak hai...
आज को जीना चाहते हो
तो उस आज को जियो
जो रात तुम्हारे सिरहाने की बेचैनी ना बने
उधेड़बुन और जोड़ घटाव में
सुबह ना हो जाये
और वह आज एक प्रश्न ना बन जाये...
shubhkaamnaayen.
बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजी एक बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएं……बहुत सुन्दर सन्देश देती रचना।....
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