09 जुलाई, 2010

रामायण तुम्हें सुनाते हैं

http://www.youtube.com/watch?v=myx8Lb5NAes

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गंगा

गंगा ! तुम परंपरा से बंधकर बहती,  स्त्री तो हो किंतु परंपरा से अलग जाकर  अबला अर्थ नहीं वहन करती  वो रुपवती धारा हो जिसका वेग  कभी लुप्त नही...