शोर से अधिक एकांत का असर होता है, शोर में एकांत नहीं सुनाई देता -पर एकांत मे काल,शोर,रिश्ते,प्रेम, दुश्मनी,मित्रता, लोभ,क्रोध, बेईमानी,चालाकी … सबके अस्तित्व मुखर हो सत्य कहते हैं ! शोर में मन जिन तत्वों को अस्वीकार करता है - एकांत में स्वीकार करना ही होता है
30 दिसंबर, 2011
वर्ष कहता है - मेरा नया आरम्भ तुम्हारा हो ...
विदा की बेला में
रुकने की बात कर
क्यूँ मेरे मन को कातर कर रहे हो
विदा का जश्न मनाते
तुम तो घड़ी की सुइयों में अटके हो
कब १२ बजे और नया साल आए ...
आँखें तो मेरी छलकने को हैं
कुछ पल के लिए मेरी सोचो ,
मैं एक वर्ष की अवधि लेकर आता हूँ
हर घड़ी साथ रहता हूँ
मेरे स्वागत में जो संकल्प तुम उठाते हो
उसे दूसरे दिन भूल जाते हो
.... कभी सोचा है
उस संकल्प को टूटता देख
मुझे कैसा लगता है !....
मैं कोई बच्चा नहीं
न ही तुम्हारा रिश्तेदार हूँ
मैं ईश्वर द्वारा दिया गया मौका हूँ
वह पन्ना -
जिसे तुम नया अर्थ दे सको ...!!!
लेकिन तुम - !
तुम तो निर्माण से अधिक विध्वंस करते हो
और परिणाम के चक्रव्यूह में जब खुद आ जाते हो
तो साल को खराब कहते हो
कितनी चालाकी से तुम खुद को बेदाग़ रखते हो !...
वर्ष तो ३६५ दिन की मोहलत देता है
कई विशेष दिन की खुशियाँ
पर तुम ...
इतनी बेचारगी है तुम्हारे पास
कि कुछ भी स्थाई नहीं ...
हो भी नहीं सकता
क्योंकि तुम्हारा स्वभाव ही डगमगाता रहता है
.... संभव हो तो स्थायित्व का संकल्प लो
फिर मेरे हर पल में तुम होगे
और होगी मेरी ख़ुशी
तुम्हारी जीत में
दुआ है-
मेरा नया आरम्भ तुम्हारा हो ...
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
एहसास
मैंने महसूस किया है कि तुम देख रहे हो मुझे अपनी जगह से । खासकर तब, जब मेरे मन के कुरुक्षेत्र में मेरा ही मन कौरव और पांडव बनकर खड़ा रहता...
-
मन को बहलाने और भरमाने के लिए मैंने कुछ ताखों पर तुम्हारे होने की बुनियाद रख दी । खुद में खुद से बातें करते हुए मैंने उस होने में...
-
भगवान ने कहा, मुझको कहाँ ढूंढे - मैं तो तेरे पास हूँ । बन गया एक पूजा घर, मंदिर तो होते ही हैं जगह जगह । अपनी इच्छा के लिए लोगों न...
नव वर्ष की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंसार्थक सन्देश देती रचना ....
अक्सर यह मन संकल्प तोड़ने में बड़ा माहिर है !
संकल्प नहीं समझ चाहिए बस !
मेरे लिए तो हर पल , हर दिन नया है . हिन्दू नव वर्ष(२३ मार्च २०१२ ) की अग्रिम बधाइयाँ..आपको !
जवाब देंहटाएं.
इसे ज़िंदगी का एक हिस्सा मानिये , हमारी ओर से भी नव वर्ष की बहुत बहुत शुभकामनायें स्वीकार करें.........
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुती बेहतरीन सार्थक रचना,.....
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए..
नई पोस्ट --"काव्यान्जलि"--"नये साल की खुशी मनाएं"--click करे...
बहुत ही प्रेरक और समसामयिक अभिव्यक्ति. नूतन वर्ष की शुभ कामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत ही सटीक रचना ..आपको जितना पड़ती हूँ मन गदगद हो जाता है कितना सुन्दर लिखती हैं आप
जवाब देंहटाएं...आने वाले वर्ष की शुभ कामनाएं
एक दूसरे में अपना आरम्भ ढूढ़ ले हम...
जवाब देंहटाएंसार्थक सन्देश देती रचना, नव वर्ष की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंफिर मेरे हर पल में तुम होगे
जवाब देंहटाएंऔर होगी मेरी ख़ुशी
तुम्हारी जीत में
दुआ है-
मेरा नया आरम्भ तुम्हारा हो ...
सही और सार्थक सन्देश देती रचना ..नव वर्ष की शुभकामनाएँ
मेरे स्वागत में जो संकल्प तुम उठाते हो
जवाब देंहटाएंउसे दूसरे दिन भूल जाते हो
बहुत सुन्दर...
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!
नव वर्ष मंगलमय हो!
आपको भी नव वर्ष की शुभकामनायें!!
जवाब देंहटाएंनव वर्ष पर सार्थक रचना .नव वर्ष शुभ हो.
जवाब देंहटाएंसार्थक सन्देश देती रचना .
जवाब देंहटाएं......नववर्ष आप के लिए मंगलमय हो
शुभकामनओं के साथ
संजय भास्कर
.... संभव हो तो स्थायित्व का संकल्प लो....
जवाब देंहटाएंसब कुछ कह गयी ये एक पंक्ति... सुन्दर कामना... नव वर्ष की हार्दिक शुभकमनाएं...
Sunder rachna sarthak post.
जवाब देंहटाएंAapko bhi nav varsh ki hardik subhkaamnaye.
फिर मेरे हर पल में तुम होगे
जवाब देंहटाएंऔर होगी मेरी ख़ुशी
तुम्हारी जीत में
दुआ है-
मेरा नया आरम्भ तुम्हारा हो
हर मन की बात कहती ये पंक्तियां .. व्यक्त कर रही हैं सार्थक भावों को .. नववर्ष की अनंत शुभकामनाओं के साथ बधाई ...
सुंदर सकारात्मक रचना .
जवाब देंहटाएंबेहतरीन भावाव्यक्ति…………………आगत विगत का फ़ेर छोडें
जवाब देंहटाएंनव वर्ष का स्वागत कर लें
फिर पुराने ढर्रे पर ज़िन्दगी चल ले
चलो कुछ देर भरम मे जी लें
सबको कुछ दुआयें दे दें
सबकी कुछ दुआयें ले लें
2011 को विदाई दे दें
2012 का स्वागत कर लें
कुछ पल तो वर्तमान मे जी लें
कुछ रस्म अदायगी हम भी कर लें
एक शाम 2012 के नाम कर दें
आओ नववर्ष का स्वागत कर लें
ये कहना तो आम हो गया है कि
जवाब देंहटाएं"सब समय का दोष है "
परन्तु ये रचना मौलिक दोष को प्रकट कर,
लोंगो में उर्जा प्रदान करने वाली है !
बहुत सुन्दर रचना !
आपको एवं पूरे परिवार को मेरे तरफ से
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
सुन्दर अनुपम प्रस्तुति है आपकी.
जवाब देंहटाएंरश्मि जी, आपसे ब्लॉग जगत में परिचय होना
मेरे लिए परम सौभाग्य की बात है.बहुत कुछ सीखा और जाना है आपसे.इस माने में वर्ष
२०११ मेरे लिए बहुत शुभ और अच्छा रहा.
मैं दुआ और कामना करता हूँ की आनेवाला नववर्ष आपके हमारे जीवन
में नित खुशहाली और मंगलकारी सन्देश लेकर आये.
नववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक
शुभकामनाएँ.
समय मिलने पर मेरी पोस्ट 'हनुमान लीला भाग-२' पर भी आईयेगा.आपके सुवचन मुझमें
उत्साह का संचार करते हैं.
कितना सुंदर संदेश देती है आपकी यह कविता... हर क्षण हमें यही तो कहता है...बहुत बहुत बधाई !
जवाब देंहटाएंसुन्दर सार्थक संदेशात्मक रचना दी.... सादर बधाई और
जवाब देंहटाएंनूतन वर्ष की सादर शुभकामनाएं
शुभकामनाएं ही शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर!नववर्ष की मंगल कामना
जवाब देंहटाएंWah, bahut sundar kavita
जवाब देंहटाएंसार्थक सन्देश देती रचना ....
जवाब देंहटाएंआपको एवं पूरे परिवार को मेरे तरफ से
नववर्ष 2012 की हार्दिक शुभकामनायें !
बहुत सुन्दर सारगर्भित प्रस्तुति...नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिवयक्ति....नववर्ष की शुभकामनायें.....
जवाब देंहटाएंक्या कहूँ ………बेहद उम्दा रचना है। हर कोई कहता है "वक्त का तकाजा है" समय ही खराब है……समय को क्यों हम दोष देते हैं? नव वर्ष की आप सभी को बहुत बहुत बधाई व शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंनववर्ष की शुभकामनायें.... सादर!
जवाब देंहटाएंनव-वर्ष 2012 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंजब नव वर्ष ने ही शुभकामनायें दे दीं तो सब अच्छा ही होगा ...
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की अनंत शुभकामनायें !
बहुत सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंनए वर्ष की हार्दिक बधाई.
तुम तो निर्माण से अधिक विध्वंस करते हो
जवाब देंहटाएंऔर परिणाम के चक्रव्यूह में जब खुद आ जाते हो
तो साल को खराब कहते हो
कितनी चालाकी से तुम खुद को बेदाग़ रखते हो !...
वर्ष तो ३६५ दिन की मोहलत देता है
कई विशेष दिन की खुशियाँ
पर तुम ...
इतनी बेचारगी है तुम्हारे पास
कि कुछ भी स्थाई नहीं ...
हो भी नहीं सकता
क्योंकि तुम्हारा स्वभाव ही डगमगाता रहता है
sundar sandesh deti sarthak rachana hai..
sarthak abhivykti..
nav varsh ki mangal kamnaye....
बहुत बहुत सुन्दर रश्मि जी...हमेशा की तरह..
जवाब देंहटाएंआपको भी नववर्ष की मंगलकामनाये..
खुशियाँ आपके कदम चूमें..
सादर.
sundar prastuti..
जवाब देंहटाएंनव वर्ष मंगलमय हो !
बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ....
new year ki bahut bahut shubh kamnaye
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ ...
जवाब देंहटाएंइतनी बेचारगी है तुम्हारे पास
जवाब देंहटाएंकि कुछ भी स्थाई नहीं ...
हो भी नहीं सकता
क्योंकि तुम्हारा स्वभाव ही डगमगाता रहता है
.... संभव हो तो स्थायित्व का संकल्प लो
फिर मेरे हर पल में तुम होगे
.....
वाह दीदी मुक्तकंठ से प्रसंसा ..वाह करारी चोट किया है ... अपनी सब कमियों का दोष समय पर मढने वालों पर !