प्यार की व्याख्या नहीं होती - हो ही नहीं सकती
प्यार के शब्द नहीं होते - सब कम लगते हैं
प्यार सरेआम का एहसास नहीं
आँखों में तैरता एक ख़ास बादल होता है
प्यार न तर्क
प्यार न टाइम पास
प्यार न एक दिन का दायरा
.... हाँ बर्थडे की तरह एक पूरा दिन इसके नाम ( १४ फरवरी )
................
प्यार - सबकुछ खोकर भी बहुत कुछ पाना है
जिस तरह माता कुमाता न भवति
उसी तरह
प्यार कुप्यार न भवति
जिस तरह माता कुमाता न भवति
जवाब देंहटाएंउसी तरह
प्यार कुप्यार न भवति
वाह ... बहुत खूब ये तर्क तो सारे शब्दों को मौन कर गया ...
यह तर्क नहीं , सीधी सच्ची बात है
जवाब देंहटाएंजिस तरह माता कुमाता न भवति
जवाब देंहटाएंउसी तरह
प्यार कुप्यार न भवति
सही कहा प्यार कुप्यार नही होता ……सिर्फ़ प्यार मे बेवफ़ाई करने वाले ही गलत हो सकते हैं मगर प्यार तो हर युग मे पवित्र ही रह्ता है।
प्यार एक कोमलता भरा एहसास है ..
जवाब देंहटाएंअहसास महसूस होता है ..ये व्याख्या नही मांगता |
प्यार तो प्यार है...
जवाब देंहटाएंजैसे कुमाता नहीं होती वैसे ही कुप्यार नहीं होता:)
wow!
आँखों में तैरता बादल .... सुंदर बिम्ब ।
जवाब देंहटाएंso sweet
जवाब देंहटाएंप्यार न तर्क
जवाब देंहटाएंप्यार न टाइम पास
प्यार न एक दिन का दायरा
.... हाँ बर्थडे की तरह एक पूरा दिन इसके नाम ( १४ फरवरी )
Exectly,
प्यार अगर कुप्यार हो जाएगा तो अपने स्वरुप जैसा उसमें कहीं कुछ शेष कहाँ रह जाएगा
जवाब देंहटाएंसिर्फ एहसास है ये, रूह से महसूस करो,
जवाब देंहटाएंप्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो!!
बहुत खूबसूरत बात कही आपने!!
कुप्यार तो छल प्रपंच है,प्यार तो बस प्यार हे-निर्मल और निष्कपट!
जवाब देंहटाएंप्यार - सबकुछ खोकर भी बहुत कुछ पाना है
जवाब देंहटाएंजिस तरह माता कुमाता न भवति
उसी तरह
प्यार कुप्यार न भवति
बहुत सुंदर एवं सार्थक प्रस्तुति !
आभार !
प्यार - सबकुछ खोकर भी बहुत कुछ पाना है
जवाब देंहटाएंजिस तरह माता कुमाता न भवति
उसी तरह
प्यार कुप्यार न भवति
हाइकु मे दिखता सच और आपके शब्द , "प्यार" को आकाश इतना विशाल और समुंदर जितना गहरा अर्थ दिया है.... आभार....
प्यार आंखों में तैरता आवारा बादल ही तो है।
जवाब देंहटाएंप्यार सरेआम का एहसास नहीं
जवाब देंहटाएंआँखों में तैरता एक ख़ास बादल होता है kya paibhasha hai.....wah.
कल 15/02/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है !
जवाब देंहटाएंक्या वह प्रेम नहीं था ?
धन्यवाद!
सच कहा दी...
जवाब देंहटाएंसादर.
प्यार - सबकुछ खोकर भी बहुत कुछ पाना है .very nice.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर!!!!!
जवाब देंहटाएंएकदम सटीक.
जवाब देंहटाएंसही लिखा है आपने ..
जवाब देंहटाएंसही कहा ! प्यार की व्याख्या हो ही नहीं सकती ।
जवाब देंहटाएंप्यार न तर्क
जवाब देंहटाएंप्यार न टाइम पास
प्यार न एक दिन का दायरा
.... हाँ बर्थडे की तरह एक पूरा दिन इसके नाम ( १४ फरवरी )प्यार के लिए यही एकदम सीधी सच्ची बात.....
प्यार सरेआम का एहसास नहीं
जवाब देंहटाएंआँखों में तैरता एक ख़ास बादल होता है
वाह...क्या अद्भुत बात कही है आपने...बहुत कमाल की रचना
नीरज
Wah kya khoob likha hai apne ....Prem ki adbhud vyakhya ....saundar rachana aur Prem diwas pr hardik badhai.
जवाब देंहटाएंप्यार तो बस प्यार होता है.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रचना,सुंदर प्रस्तुति
MY NEW POST ...कामयाबी...
वाह यह प्यार .....!
जवाब देंहटाएंwaah bahut khub
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर,
जवाब देंहटाएंक्या बात है
कुप्यार...इस नए शब्द का स्वागत है...यदि विलोम ना हो तो शब्द अपने अर्थ खो देंगे...ये कुप्यार ही है जो प्यार की अहमियत समझाता है...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रश्मि दी...
जवाब देंहटाएंप्यार तर्क नहीं...
मीठा एहसास है..
जैसे मीठी है आपकी रचना..
सादर.
प्यार तो बस एक अहसास है... भारतीय समाज में तो यह सभी दिन बहता है... कुप्यार कुछ नहीं होता सच है... जो चित्र प्यार के नाम पर हमारे आसपास दिख रहा है झूंड के रूप में वो प्यार है ही नहीं... प्यार तो प्यार होता है... निश्छल, निर्मल और पवित्र...
जवाब देंहटाएंप्यार का 'नेति-नेति' का सफ़र बहुत सुंदर बन पड़ा है.
जवाब देंहटाएंसशक्त अभिव्यक्ति ...बेहतरीन व्याख्या प्रेम के पावन रूप की....
जवाब देंहटाएंप्यार सबकुछ खोकर भी पाना है ...
जवाब देंहटाएंएक दूसरे की प्रसन्नता में प्रसन्न होना ही प्यार है !
प्रेम पारस की तरह सब सुखमय कर देता है..
जवाब देंहटाएंप्यार कुप्यार न भवति :))
जवाब देंहटाएंye to facebook pe status ke layak hai di:)))
बहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर
प्यार एक एहसास है .बहुत सुन्दर....
जवाब देंहटाएंप्यार सरेआम का एहसास नहीं
जवाब देंहटाएंआँखों में तैरता एक ख़ास बादल होता है
....बिलकुल सच..प्यार सिर्फ़ एक अहसास है जो शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता..
प्यार - सबकुछ खोकर भी बहुत कुछ पाना है
जवाब देंहटाएंजिस तरह माता कुमाता न भवति
उसी तरह
प्यार कुप्यार न भवति
...
didi... pyar to sab kuchh khokar bhi sab kuchh hi paa lena hai !
Behtareen rachna..
जवाब देंहटाएंbilkul sahi kaha aapne.. pyaar kabhi kupyaar nahi hota..
jise kupyaar kahaa jaye wo kabhi pyaar tha hi nahi...
palchhin-aditya.blogspot.com
सच कहा आपने।
जवाब देंहटाएंप्यार तो सिर्फ प्यार होता है....
प्यार की सटीक और सार्थक व्याख्या।
जवाब देंहटाएंसचमुच यही प्यार है.....
नेता- कुत्ता और वेश्या (भाग-2)
सार्थक रचना......
जवाब देंहटाएंसच कहा आपने, प्यार-सब कुछ खोकर भी बहुत कुछ पाना है.
जवाब देंहटाएंप्रेम तो सतत है .... नदी की तरह बहता हुवा है ... एक दिन से ये और मजबूत हो कोई फर्क नहीं पढता ...
जवाब देंहटाएंbahut sundar likha hai aapne... aur sahi pyaar kupyaar na bhavti... Par aaj kee parasthitiyon me hamne dekha hai.. nayi pidi me pyaar sirf time paas hai... yaa vo pyaar tak pahuch hee nahi paate..is liye us sandarbh me kuch baat badal bhi jaati hain...
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