पुराने वर्ष ने उतार दिया है अपना पुराना वस्त्र
नई ताजगी, नए हौसलों के साथ
2015 की आयु लिए
खड़ा है नया वर्ष !
जन्मदिन की ढेरों बधाई वर्ष :)
बढ़ाओ अपने अनुभवी कदम
- जिन्होंने खून की होली खेली
तुम्हारे वस्त्रों को दागदार किया
उन्हें दो गज ज़मीन भी न नसीब हो
दिखा दो …
हर बच्चों को अपनी सी लम्बी आयु दो
उनके भीतर हर मौसम की खासियत भर दो
तुम बहुत सामर्थ्यवान हो वर्ष
संकल्प लो
खुशियों से झोली भर दोगे
अन्याय को खत्म करोगे
डाकिया बन एक चिठ्ठी
सबके घर पहुँचाओगे
हर रिश्तों के नाम …
ऐ वर्ष
तुम तो बहुत बड़े हो
दादा जी के दादा के दादा
तुम इस भारत की तक़दीर बना दो
ऐसी छड़ी घुमाओ
कि दुश्मन दुश्मनी भूल जाये
किसी का बेटा,भाई,पति … शहीद न हो
....
तुममें संभावनाओं का विस्तृत,विशाल समंदर है
तुम चाह लो तो सब संभव है
कहो न सबसे
"मैं 2015
सबके सपने पूरे करूँगा
आतंक के साये से मुक्त करूँगा
इतनी खुशियाँ दूँगा
कि तुमसब निर्भय मेरे
2016 वें वर्ष का स्वागत कर सको"