कई बार एक क्षण लम्बी उम्र बन जाते हैं ... दुःख हो या सुख या प्यार या बचपन या .... कोई एक क्षण क्लिक हो जाता है , कुछ इस तरह ...
1-
सिगरेट के धुंए सी ज़िन्दगी लगता है किसी ने आजमाइश के लिए
एक कश लिया
और उड़ा दिया
गोल गोल बेतरतीब सा ....
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2-
पेड़ के नीचे बैठा वह आदमी
शून्य में कुछ देखता है (जाने क्या )
कुछ बोलता है (जाने किससे)
हँसता है जोर से (जाने क्यूँ )
राह चलते लोग कहते हैं -
'पागल है'
कोई नहीं जानना चाहता
उसे दिखता क्या है
वह बोलता क्या है
वह हँसता क्यूँ है ....
यूँ 'पागल' कह देना हल तो नहीं !!!
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3-
प्यार करो तो कृष्ण की तरह
मित्रता करो तो कृष्ण की तरह
नफरत करो तो कृष्ण की तरह
किसी को राधा का मान दो
किसी को सुदामा सा साथ
किसी को कंस सी सज़ा
मन को शांत रखो
चेहरे पे मुस्कान
गीता तभी सुना सकोगे ...
मन को शांत रखो
जवाब देंहटाएंचेहरे पे मुस्कान
वाह ...बहुत खूब
इन पंक्तियों ने तो जादू कर दिया ... मुस्कान का ।
तीनों क्षणिकाएँ अद्भुत ...
जवाब देंहटाएंवाह तीनो क्षणिकाएं अपने आप में पूर्ण ........आभार रश्मि दीदी
जवाब देंहटाएंसभी क्षणिकायें बहुत ही सटीक बहुत सुन्दर.....
जवाब देंहटाएंलाजवाब क्षणिकायें।
जवाब देंहटाएंतीनो ही क्षणिकाएं बेहतरीन हैं.. बहुत सुन्दर....
जवाब देंहटाएंमन को शांत रखो
जवाब देंहटाएंचेहरे पे मुस्कान
गीता तभी सुना सकोगे
बहुत सुंदर ...सार्थक क्षणिकाएं....
आभार...!!
जिंदगी सिगरेट का धुंवा ...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन हैं सभी ..
आपकी क्षणिकायें...तीनों एक से बढ़कर एक
जवाब देंहटाएंअद्भुत....पहली वाली खास पसंद आई.
जवाब देंहटाएंज़िन्दगी धुँए के एक कश सी....बेतरतीब सी... तीनों क्षणिकाएँ बढ़िया....
जवाब देंहटाएंतीनो ही क्षणिकाएं बेहतरीन हैं....आभार...!!
जवाब देंहटाएंमन को शांत रखो
जवाब देंहटाएंचेहरे पे मुस्कान
गीता तभी सुना सकोगे ...
bahut hi gahan baat keh di aapne Rashmi ji
abhaar
Naaz
1-क्षणिक नश्वर जिन्दगी।
जवाब देंहटाएं2-माया ग्रसित बुद्धि।
3-कथनी से पहले करनी।
क्षण मात्र में अद्भुत क्षणों से प्रत्यक्ष करती क्षणिकाएँ!! आभार
एक से बढ़कर एक बेहतरीन क्षणिकाएं
जवाब देंहटाएंअदभुत क्षणिकाएँ....
जवाब देंहटाएंतीसरी क्षणिका गहनतम प्रभावित कर गयी।
जवाब देंहटाएंयूँ 'पागल' कह देना हल तो नहीं !!!
जवाब देंहटाएंekdam hi nahin.......
ek se badhkar ek......
जवाब देंहटाएंमन को शांत रखो
जवाब देंहटाएंचेहरे पे मुस्कान
अदभुत क्षणिकाएँ,सार्थक क्षणिकाएं.
....गीता तभी सूना सकोगे....
जवाब देंहटाएंवाह दी... तीनों ही क्षणिकाएं लाज़वाब हैं....
सादर....
सभी क्षणिकाएं बहुत अच्छी हैं।
जवाब देंहटाएंसभी क्षणिकायें बहुत ही सार्थक और सुन्दर है...
जवाब देंहटाएंतीनों क्षणिकाएं बेजोड़।
जवाब देंहटाएंसच है कृष्ण बनना आसान नहीं है।
जवाब देंहटाएंराह चलते लोग कहते हैं -
जवाब देंहटाएं'पागल है'
कोई नहीं जानना चाहता
उसे दिखता क्या है
वह बोलता क्या है
वह हँसता क्यूँ है ....
वाह !!
लगता है किसी ने आजमाइश के लिए
जवाब देंहटाएंएक कश लिया
और उड़ा दिया
गोल गोल बेतरतीब सा ....
Ye nayi prastutiyan bahut hi acchhi lagi... Badhai..
मन को शांत रखो
जवाब देंहटाएंचेहरे पे मुस्कान
गीता तभी सुना सकोगे ...
:-)
किसी को राधा का मान दो
जवाब देंहटाएंकिसी को सुदामा सा साथ
किसी को कंस सी सज़ा
मन को शांत रखो
चेहरे पे मुस्कान
बहुत सुन्दर
राह चलते लोग कहते हैं -
जवाब देंहटाएं'पागल है'
कोई नहीं जानना चाहता
उसे दिखता क्या है
वह बोलता क्या है
वह हँसता क्यूँ है ....
बहुत ही अच्छा लिखती हैं आप ...।
धुआं सा जीवन - बेतरबीत ...
जवाब देंहटाएंलेकिन ...
मैं समझी नहीं - नफरत ?? कृष्ण की तरह ????
jindagi ko dhuyen me uda do:)
जवाब देंहटाएंwah di...aap bhi na
behtareen
तीनों क्षणिकाएं अच्छी लगीं परन्तु आखिरी वाली सबसे अच्छी है। वास्तव में क्षणिकाएं रचना अत्यन्त कठिन कार्य है, उसी प्रकार जैसे गद्य में लघुकथा लिखना। कम शब्दों में बात कहनी होती है और असर डालना होता है सामान्य कविता या कहानी सरीखा। आपने सफलतापूर्वक यह कार्य किया है।
जवाब देंहटाएंकिसी को राधा का मान दो
जवाब देंहटाएंकिसी को सुदामा सा साथ
किसी को कंस सी सज़ा
मन को शांत रखो
चेहरे पे मुस्कान
गीता तभी सुना सकोगे ...
तीनों क्षणिकाएं बहुत ही अच्छी हैं... कम शब्दों में बहुत बड़ी बात...रश्मि दी बहुत-बहुत आभार...
किसी को राधा का मान दो
जवाब देंहटाएंकिसी को सुदामा सा साथ
किसी को कंस सी सज़ा
मन को शांत रखो
चेहरे पे मुस्कान
गीता तभी सुना सकोगे ...
तीनों क्षणिकाएं बहुत ही अच्छी हैं... कम शब्दों में बहुत बड़ी बात...रश्मि दी बहुत-बहुत आभार...
तीनो ही क्षणिकाएं बेहतरीन हैं.. बहुत सुन्दर....
जवाब देंहटाएंअच्छी अभिव्यक्ति के लिए बधाई |
बहुत अच्छी क्षणिकाएँ....
जवाब देंहटाएंतीनो ही क्षणिकाएं बहुत सुन्दर हैं,
जवाब देंहटाएंबधाई
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
क्षणिकाओं का जवाब नहीं...बेहद ख़ूबसूरत...
जवाब देंहटाएंyekse yek badhiya .......
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ।
जवाब देंहटाएंbahut प्रभावशाली रचना, सोचने के लिए विवश करती हुई. शुभकामनाएं.
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